Gas Cylinder Price Cut: नए साल 2026 के आने में अब बस कुछ ही दिन शेष रह गए हैं. लोगों के लिए न्यू ईयर किसी त्योहार से कम नहीं होता. इस नए साल पर भारत सरकार करोड़ों देशवासियों को बड़ा तोहफा दे सकती है. कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही एलपीजी (LPG) सिलेंडर यानी घरेलू गैस के दामों में कटौती देखने को मिल सकती है.

9 मार्च 2024 से LPG सिलेंडर में कोई बदलाव नहीं
बता दें कि सरकारी तेल कंपनियां हर महीने की पहली तारीख को एलपीजी सिलेंडर (LPG) की कीमतों को लेकर चर्चा करती हैं. कमर्शियल सिलेंडर की कीमतों में इस साल काफी कटौती देखने को मिली है, जो की यह राहत भरी रही. लेकिन घरों में यूज होने वाले 14.2 किलोग्राम के सिलेंडर की कीमतों में कोई भी बदलाव नहीं किया गया है.

इन प्रमुख शहरों में LPG सिलेंडर के दाम
वर्तमान में राजधानी दिल्ली में बिना सब्सिडी वाले घरेलू एलपीजी (LPG) सिलेंडर की कीमत 803 रुपये है. वहीं उज्ज्वला योजना के तहत आने वाले लाभार्थियों को सालाना 9 सिलेंडर तक 300 रुपये की सब्सिडी मिलती है, जिससे उनको एलपीजी सिलेंडर 503 रुपये में मिल जाता है. इसके अलावा, कोलकाता शहर में बिना सब्सिडी वाला घरेलू सिलेंडर 879 रुपये, मुंबई में 852.50 रुपये और चेन्नई में 868.50 रुपये है. वहीं अगर 19 किलो वाले कमर्शियल सिलेंडर की कीमतों की बात करें तो दिल्ली में 1580.50 रुपये, कोलकाता में 1684 रुपये, मुंबई में 1531.50 रुपये और चेन्नई में 1739.50 रुपये की कीमत में मिल रहा है.

कच्चे तेल में गिरावट
कमर्शियल सिलेंडर के दामों में बदलाव के बीच, अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट दर्ज की गई है. वर्तमान में कच्चा तेल 60 डॉलर प्रति बैरल के करीब कारोबार कर रहा है, जो 2021 के बाद का सबसे निचला स्तर है. Oilprice.com के आंकड़ों के अनुसार, ब्रेंट क्रूड फिलहाल 60.22 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ है. बाजार में कच्चे तेल की आपूर्ति (Supply) बढ़ने और मांग (Demand) स्थिर रहने के कारण कीमतों में यह कमी आई है. वहीं पिछले साल तेल की कीमतें 60 डॉलर से भी नीचे गिर गई थीं, जो पिछले 5 सालों का सबसे न्यूनतम स्तर था.

इस साल क्रूड ऑयल की कीमतों में कुल 21 फीसदी की गिरावट देखी गई है, जो साल 2020 के बाद इसका सबसे कमजोर प्रदर्शन माना जा रहा है.

कच्चे तेल से कई उत्पाद बनते हैं
बता दें कि कच्चे तेल (Crude Oil) से ही पेट्रोल, डीजल और एलपीजी (LPG) जैसे महत्वपूर्ण उत्पाद बनते हैं. रिफाइनिंग प्रक्रिया के समय जब कच्चे तेल को कई अलग-अलग हाइड्रोकार्बन घटकों में विभाजित किया जाता है, तो इसके पहले प्रोसेस में पेट्रोलियम गैस निकलती है, जिसे एलपीजी सिलेंडरों में भरा जाता है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में कमी आने से तेल शोधन कंपनियों (Refineries) के प्रॉफिट मार्जिन में सुधार हुआ है, जिसका सीधा लाभ वे उपभोक्ताओं को दे सकती हैं.

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