रायपुर: छत्तीसगढ़ में शनिवार की सुबह से ही मौसम में नमी है.आसमान में घने बादल छाए हैं। दोपहर तक खिली धूप के दर्शन नहीं हो सके हैं.रायपुर, महासमुंद, राजनांदगांव समेत कई जिलों में यही हाल है. सुबह कुछ जगहों पर हल्की बारिश भी हुई है.हल्की फुहारों ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। मौसम वैज्ञानिकों ने कहा है शुक्रवार को पड़े आसमानी छींटे सिर्फ ट्रेलर हैं.असल पिक्चर अब भी बाकी है.प्रदेश में 5 दिनों के भीतर तेज बारिश के आसार नजर आ रहे हैं.

रायपुर के वेदर कंट्रोल रूम में मौसम के हाल का जायजा लेने के बाद मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा ने बताया है कि शनिवार को हुई हल्की बारिश से खड़ी फसलों को कुछ नहीं होगा.हां, यदि कटा हुआ धान भीगा हो तो इससे नुकसान हो सकता है। हमने पाया है कि प्रदेश के कई जिले जैसे रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, महासमुंद, बलौदाबाजार, जांजगीर के हिस्सों में बारिश हो सकती है.18-19 नवंबर को तेज बारिश की संभावना है. इस बारिश से खेतों में खड़ी फसल और कट चुकी फसल को नुकसान हो सकता है.

इस वजह से बदल रहा मौसम
हवा का एक चक्रवाती घेरा तमिलनाडु और उसके आसपास स्थित है.इस वजह से प्रदेश में कल 14 नवंबर को कुछ जगहों पर हल्की बारिश होगी.मौसम विभाग के मुताबिक, तापमान में कोई बदलाव नहीं होगा. चक्रवात का घेरा अंडमान सागर और उससे लगे दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर 15 नवंबर को पहुंच सकता है. यह पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए 48 घंटे में आंध्रप्रदेश के तट पर जाएगा.इसी के प्रभाव से प्रदेश में 18 और 19 नवंबर को बारिश होगी.

किसानों के लिए मुश्किल भरे हालात
प्रदेश में 70 प्रतिशत किसानों ने कटाई के बाद धान की फसल को अपने पास ही रखा है.अधिकांश गांवों में धान की ये फसल खुले में रखी हैं।

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