अम्बिकेश गुप्ता: कुसमी। छत्तीसगढ़ – झारखण्ड की सीमा से लगे बलरामपुर जिला के कुसमी विकास खंड अंतर्गत ग्राम पंचायत कुरडीह के कुल पांच गांव के ग्रामीणों ने अपनी मुलभुत सुविधाओं सहित अन्य मांगों को लेकर चुनाव बहिष्कार किए जाने का शुर उठाया था. इस ओर ध्यान आकर्षित करते हुवें जिला प्रशासन की पहल पर शनिवार को प्रशासनिक टीम की टीम ने पहुंचकर उनकी मांगो पर हर – संभव मदद करने व मुलभुत सुविधाओं की पूर्ति किए जाने की बातें ग्रामीणों के समक्ष रखा. तथा लोक तंत्र के इस पावन पर्व पर आगामी 7 मई को होने वाले लोकसभा चुनाव में बढ़ – चढ़ कर मतदान करने अपील की गई. इस पर ग्रामीणों ने सहमति जताई हैं।

ज्ञात हो की कुसमी के ग्राम पंचायत कुरडीह के गांव चंचल चुआं, पिआरटोली, जोड़ाडुमर, मुड़कम, घुईपानी के ग्रामीणों ने मूलभूत सुविधाओं से वंचित होकर तथा गांव में कुछ भी विकास कार्य नहीं किए जाने पर 7 मई 2024 को होने वाले आगामी लोकसभा चुनाव में वोट नहीं कर बहिष्कार करने का फैसला लिया था. जिन्होंने ग्राम पंचायत कुरडीह में एक स्थान पर एकत्र होकर बीते 24 अप्रैल को विकास नहीं तों वोट नहीं करने का नारा लगाकर अपनी मांगो को मिडिया के समक्ष रखा था. गांव के ग्रामीण लगातार वोट के बहिष्कार को लेकर अड़े हुवें थें. संतुष्ट जनक जवाब प्रशासन द्वारा नहीं दिये जाने से उक्त ग्रामीण गांव को उपेक्षित रखें जाने को लेकर नाराज थें.

मतदान के बहिष्कार के बाद बीते दिनों 27 अप्रैल को उक्त गांव के ग्रामीणों ने ग्राउंड जीरो पर मिडिया के समक्ष कई तरह की बातों का बखान कर छलावा पूर्वक कुछ अधिकारी पर अनदेखी कर खाना पूर्ति का आरोप लगाया था. पूरा मामला कई अखबारों सुर्खियों में आया था. उक्त मामलें में बलरामपुर कलेक्टर व जिला निर्वाचन अधिकारी रिमीजीयुस एक्का ने कहा था मामला संज्ञान में आया हैं। जिसके बाद आज शनिवार को ग्रामीणों के बिच सहमति की स्थिति निर्मित हो पाई हैं।

ग्रामीणों के बिच पहुची प्रशासनिक टीम तों बनी सहमति….

शनिवार को बलरामपुर कलेक्टर व जिला निर्वाचन अधिकारी रिमीजीयुस एक्का व उप जिला निर्वाचन अधिकारी अमित कुमार श्रीवास्तव के पहल पर तहसीलदार शशिकांत दुबे व मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ अभिषेक पाण्डेय की टीम पुलिस बल के साथ ग्रामीणों के बिच पहुंची. जहाँ पर ग्रामीणों की हर समस्याओ को सुन कर कुछ कार्यों की स्वीकृत आदर्श आचार सहिंता के पूर्व ही हो जाने की जानकारी साँझा की गई. तथा आदर्श आचार संहिता के परिपालन में त्वरित सभी मांगों का निराकरण नहीं किए जाने की बातें कहते हुवें अन्य मुलभुत कार्यों सहित हर छोटी – बड़ी कार्यों को प्रशासनिक पहल पर किए जाने का हवाला देकर ग्रामीणों को मनाया गया. इस पर ग्रामीणों ने सहमती बनाई तथा मतदान करने का निर्णय लिया हैं। इस दौरान ग्रामीणों को मतदाता पहचान पर्ची हाथों में थमा कर मतदान के लिए तैयार हैं का नारा लगवा कर शपथ दिलाया गया।



इन्होने कहा…

मामलें में ग्रामीणों ने जानकारी साझा करते हुवें बताया हमारी बात 3 मई दिन शुक्रवार को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय छत्तीसगढ़ में मोबाईल के माध्यम से हुई थी. जहाँ से उप जिला निर्वाचन अधिकारी बलरामपुर अमित कुमार श्रीवास्तव सर का नम्बर उपलब्ध कराया गया. जिन्होंने मामलें को गंभीरता पूर्वक लिया तब जाकर आज प्रशासनिक टीम हम तक पहुंची हैं।

वहीं उप जिला निर्वाचन अधिकारी बलरामपुर अमित कुमार श्रीवास्तव ने कहा जैसे ही ग्रामीणों ने उक्त जानकारी दी तों एसडीएम साहब को कल ही मैं सूचना कर दिया था. तहसीलदार और सीईओ को भेजने निर्देश किया गया था. जिला प्रशासन की पहल पर निराकरण हो पाया हैं।मामलें में मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ अभिषेक पाण्डेय ने कहा पूर्व से ही सहमति की स्थिति बन गई थी. जिसकी वीडियो ग्राफी भी हैं. आज पुनः प्रशासनिक टीम को उक्त गांव पहुंचने की सवाल पर उन्होने कहा प्रशासन कभी भी कहीं भी जा सकता हैं। जबकी मतदान बहिस्कार में शामिल ग्रामीणों ने आज दिनांक को सहमति बनने की बातें मिडिया से कहीं हैं।

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