
बलरामपुर।शासकीय महाविद्यालय बलरामपुर में ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ विषय पर आयोजित निबंध प्रतियोगिता के उपरांत पुरस्कार वितरण समारोह एवं विचार गोष्ठी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता शासकीय महाविद्यालय बलरामपुर के जनभागीदारी समिति अध्यक्ष भानु प्रकाश दीक्षित ने की। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में नगर पालिका परिषद बलरामपुर के उपाध्यक्ष दिलीप सोनी सहित गणमान्य नागरिक, मौजूद रहे।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथियों द्वारा निबंध प्रतियोगिता में उत्कृष्ट स्थान प्राप्त करने वाले प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त छात्र-छात्राओं को नकद राशि तथा प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। विजेता प्रतिभागियों ने अपने विचारों में विषय की गंभीरता, समसामयिकता एवं लोकतंत्र में इसके प्रभावों को तार्किक रूप से प्रस्तुत किया, जिसे जांच समिति एवं उपस्थित अतिथियों ने अत्यंत सराहनीय बताया। निबंध प्रतियोगिता में कुल 16 छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया। जिसमें हेमा गुप्ता, एमएससी (रसायनशास्त्र) ने प्रथम, दीपक सोनी, एमएससी (रसायनशास्त्र) ने द्वितीय तथा राहुल गोलदार, एमए (हिन्दी) ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।

इस अवसर पर भानुप्रकाश दीक्षित ने कहा कि ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ विषय न केवल समसामयिक है, बल्कि युवाओं को राजनीतिक चेतना से जोड़ने का माध्यम भी है। उन्होंने विद्यार्थियों की बौद्धिक प्रतिभा की सराहना करते हुए उन्हें राष्ट्र निर्माण का अग्रदूत बताया। श्री दीक्षित ने विचार गोष्ठी के परिपेक्ष्य में कहा कि छात्र-छात्राएं केवल परीक्षाओं तक सीमित न रहें, बल्कि नीति निर्माण की दिशा में भी सक्रिय चिंतन करें। नगरपालिका उपाध्यक्ष दिलीप सोनी ने कहा कि चुनाव प्रणाली में सुधार समय की मांग है और एक राष्ट्र, एक चुनाव से आमजन का विश्वास लोकतंत्र में और दृढ़ होगा। उन्होंने इसे प्रशासनिक सुगमता की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम बताया। श्री सोनी ने छात्रों को लोकतांत्रिक प्रक्रिया की महत्ता समझाते हुए कहा कि विचारशीलता और जानकारी से ही एक सक्षम नागरिक का निर्माण होता है। प्राचार्य श्री एन. के. देवांगन ने कहा कि महाविद्यालय न केवल शिक्षा का केंद्र है, बल्कि विचारों और राष्ट्रीय चेतना को जागृत करने का मंच भी है। उन्होंने भविष्य में इस प्रकार की बौद्धिक गतिविधियों को और भी विस्तार देने की बात कही। कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राध्यापक एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।