रायपुर:-छत्तीसगढ के लगभग 7 हजार से अधिक प्राइवेट स्कूल बंद रहेंगे। प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने पहले ही 25 अक्टूबर को प्रदेश स्तर पर हड़ताल का ऐलान किया था. सोमवार की दोपहर राज्य भर से कई स्कूल संचालाक रायपुर पहुंचेंगे. बूढ़ापारा के धरना स्थल पर जमा होकर स्कूल एसोसिएशन के लोग सरकार के प्रति अपनी नाराजगी जाहिर करेंगे. एसोसिएशन के इस फैसले की वजह से प्रदेश के सभी प्राइवेट स्कूलों में पढ़ने वाले करीब 16 लाख बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होगी.

स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव गुप्ता ने बताया कि सरकार लगातार हमारी मांगों की अनदेखी कर रही है.इस हड़ताल का प्रमुख कारण राइट टू एजुकेशन के तहत प्राइवेट स्कूलों को मिलने वाला पैसा है। पिछले कई महीने से करीब 106 करोड़ रुपए सभी स्कूलों के बकाया है, जो सरकार ने अब तक नहीं दिए हैं. सोमवार को सभी स्कूलों में ताले लगे होंगे. टीचिंग स्टाफ, नॉन टीचिंग स्टाफ सभी हड़ताल पर रहेंगे.

इन मांग और शिकायतों की वजह से आंदोलन

  • 2020-2021 की RTE की प्रतिपूर्ति राशि अशासकीय विद्यालयों को अविलंब प्रदान की जाए.
  • 16 महीनों तक स्कूल बसों का संचालन बंद रहा, अत: अप्रैल 2020 से जुलाई 2021 (16 महीने) प्रदेश की सभी स्कूल बसों का रोड टैक्स माफ किया जाए.
  • नवीन मान्यता, मान्यता नवीनीकरण पर स्कूल शिक्षा विभाग अड़ियल रवैया अपनाए हुए हैं. पूरे प्रदेश में मान्यता की प्रक्रिया 2 से 3 वर्ष विलंब से चल रही है.
  • कोरोना संक्रमण के दौरान प्रदेश के सभी अशासकीय विद्यालयों का स्कूल शिक्षा विभाग ने निरीक्षण किया था, अलग-अलग जिलों में कमियां बता कर अशासकीय विद्यालयों को परेशान किया जा रहा है.

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