अंबिकापुर: सरगुजा जिले में ऑनलाइन सट्टेबाज़ी गिरोह के खिलाफ बड़ी सफलता हासिल करते हुए थाना कोतवाली पुलिस ने एक और आरोपी रितिक मंदिलवार उर्फ बमफोड़ को गिरफ्तार किया है, जो म्यूल एकाउंट (फर्जी बैंक खाता) खुलवाने में संलिप्त था।

जानकारी के अनुसार यह मामला पहली बार 13 मई 2024 को सामने आया था जब पुलिस पेट्रोलिंग के दौरान मुखबिर से सूचना मिली कि तीन युवकआयुष सिन्हा उर्फ दीप, अमित मिश्रा उर्फ पहलू और शुभम केसरीआईपीएल मैचों में ऑनलाइन सट्टा खिला रहे हैं। त्वरित कार्रवाई में पुलिस ने रेड कर तीनों आरोपियों को सट्टा संचालन में प्रयुक्त 19 मोबाइल फोन, 21 एटीएम कार्ड, पासबुक, चेकबुक, और ₹20,100 नकद के साथ गिरफ्तार किया था।प्रारंभिक जांच में पता चला कि आरोपी अमित मिश्रा औ उसके साथी फर्जी तरीके से अन्य लोगों के नाम पर बैंक खाते खुलवाकर उन्हें सट्टा लेन-देन के लिए उपयोग करते थे। जांच के दौरान एक खाता धारक आभाष पासवान सामने आया, जिसने बताया कि उसने कभी बैंक खाता नहीं खुलवाया, बल्कि उसका आधार कार्ड रितिक मंदिलवार को दिया था।थाना कोतवाली पुलिस द्वारा की गई सघन पूछताछ में रितिक मंदिलवार ने कबूल किया कि उसने आभाष पासवान सहित 14-15 अन्य लोगों के नाम से फर्जी बैंक खाते खुलवाए और उन खातों की जानकारी आरोपी अमित मिश्रा को कमीशन के बदले दी। इन खातों का उपयोग सट्टा रकम के लेन-देन में किया जा रहा था।पुलिस ने आरोपी रितिक मंदिलवार के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 467 (जालसाजी), 468 (धोखाधड़ी के आशय से जालसाजी), 471 (जाली दस्तावेज़ का उपयोग), और 120बी (षड्यंत्र) के तहत अपराध दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर दिया है।

इस पूरे मामले में थाना प्रभारी मनीष सिंह परिहार, आरक्षक शिव राजवाड़े, मंटूलाल गुप्ता और आनंद गुप्ता की सराहनीय भूमिका रही।

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