सूरजपुर। छत्तीसगढ़ में एक नवंबर से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की शुरुआत हो चुकी है। किसान धान खरीदी केंद्रों में धान बेचने पहुंच रहे हैं। इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से खरीदी केंद्रों में व्यवस्था दुरुस्त होने का दावा किया जाता है। लेकिन सूरजपुर जिले के धान खरीदी केंद्र रामनगर में अव्यवस्था देखने को मिली है। यहां किसान खुद हमाली कर रहे है और धान की बोरियों को शेड में छलनी लगा रहे है। अगर हमाली मजदूर से करवाया जाता है तो किसानों से 10रूपये नगद राशि लिया जाता है।इसके अलावा किसानों से प्रति बोरी 40 किलो 800 धान लेना है। लेकिन रामनगर 41 किलो 200 ग्राम धान लिया जा रहा है। इसका खुलासा तब हुआ जब भाजयुमो नेता दुर्गा गुप्ता रामनगर समिति में धान खरीदी का निरीक्षण करने पहुंचे।



दरअसल, रामनगर धान खरीदी केंद्र में दर्जन से ज्यादा गांव के किसान धान बेचने पहुंचते है। सैकड़ों किसान यहां धान बेचने पहुंचते है। इसके लिए सरकार की ओर से सभी समितियों को फंड रिलीज किया जाता है। लेकिन रामनगर गांव के धान खरीदी केंद्र में किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। गुरुवार को भाजयुमो जिला महामंत्री दुर्गा गुप्ता व भाजपा आदिवासी मोर्चा मंडल अध्यक्ष बृजलाल टेकाम ने रामनगर धान खरीदी केंद्र का निरीक्षण किया। जहां उन्होंने कुछ किसानों से धान खरीदी केंद्र में व्यवस्था को लेकर सवाल जवाब किया, तो किसानों ने बताया कि खुद उन्हें हमाली का काम करना पड़ रहा है।

किसानों ने बताया कि समिति द्वारा उनसे 41 किलो 200 ग्राम धान प्रति बोरा लिया जा रहा है। जबकि शासन की गाइडलाइन के अनुसार किसान से प्रति बोला 40 किलो 800 ग्राम धान लेना है। वहीं किसानों की इन समस्याओं को लेकर दुर्गा गुप्ता ने समिति प्रबंधक तुलेश्वर प्रजापति को फटकार लगाई, तब समिति द्वारा आनन फानन में कुछ हमालियों को किसानों के पास भेजा। तब जाकर किसान संतुष्ट हुए। गौर करने वाली बात है कि शासन की ओर से समितियों में हमाली काम करने के लिए प्रत्येक मजदूर को प्रति बोरा के हिसाब से 9 रुपए दिया जाता है। इसके बावजूद किसान खुद ये काम करना पड़ रहा है।

इस संबंध में क्षेत्रीय विधायक भूलन सिंह मरावी ने कहा कि किसानों के हित में पहल किया जायेगा। अव्यवस्थाएं दूर की जाएंगी।

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