बलरामपुर: जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की प्रक्रिया को पारदर्शी और अवैध धान की रोक के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है। शासन की मंशा के अनुरूप कलेक्टर  राजेंद्र कटारा एवं पुलिस अधीक्षक  वैभव बैंकर रमनलाल स्वयं मैदानी स्तर पर निरंतर औचक निरीक्षण कर रहे हैं, ताकि उपार्जन प्रक्रिया के प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जा सके। इसी कड़ी में उन्होंने  जिले की सीमा पर स्थित अंतर्राज्यीय चेक पोस्ट रामानुजगंज एवं अनिरुद्धपुर का औचक निरीक्षण कर सुरक्षा इंतजामों और निगरानी तंत्र का बारीकी से जायजा लिया।

निरीक्षण के दौरान कलेक्टर श्री  कटारा एवं पुलिस अधीक्षक श्री बैंकर ने चेक पोस्ट पर सुरक्षा व्यवस्था और निगरानी तंत्र का जायजा लिया। उन्होंने सीसीटीवी कैमरों की क्रियाशीलता, वाहनों के आवागमन पंजी और तैनात कर्मचारियों की ड्यूटी चार्ट का अवलोकन किया। कलेक्टर श्री कटारा ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि अंतर्राज्यीय सीमाओं से आने वाले प्रत्येक मालवाहक वाहन की सघन जाँच सुनिश्चित करे। उन्होंने अवैध धान खपाने की मंशा रखने वाले कोचियों और बिचौलियों के विरुद्ध कड़ी  कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए।

निरीक्षण के दौरान पुलिस अधीक्षक वैभव बैंकर ने चेक पोस्ट पर तैनात पुलिस बल से चर्चा कर सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी ली। उन्होंने जवानों को निर्देशित करते हुए कहा कि अंतर्राज्यीय सीमाओं से आने वाले प्रत्येक वाहन की बारीकी से जाँच अनिवार्य है। श्री बैंकर ने ड्यूटी पर तैनात जवानों को पूर्ण मुस्तैदी के साथ कार्य करने के निर्देश देते हुए संदिग्ध गतिविधियों पर पैनी नजर रखने और कार्यवाही करने के निर्देश दिए है।

सीमावर्ती क्षेत्रों के निरीक्षण के उपरांत उन्होंने  धान उपार्जन केंद्र रामचंद्रपुर का निरीक्षण कर वहां की व्यवस्थाओं का गहन अवलोकन किया। कलेक्टर श्री कटारा ने स्वयं धान की ढेरियों के पास जाकर नमी मापक यंत्र से गुणवत्ता की जाँच करवाई और इलेक्ट्रॉनिक कांटों के सत्यापन की जानकारी ली। उन्होंने समिति प्रबंधक को निर्देश दिए कि मानक स्तर की नमी वाले धान की खरीदी में कोई विलंब न हो और तौल प्रक्रिया में पूर्ण पारदर्शिता बरती जाए। धान के उठाव की जानकारी लेते हुए उन्होंने कहा कि खरीदे गए धान का उठाव समय पर सुनिश्चित करें ताकि केंद्र में पर्याप्त जगह बनी रहे और सुरक्षा हेतु तिरपाल की समुचित व्यवस्था रहे।
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने वहां उपस्थित किसानों से आत्मीय चर्चा की और व्यवस्थाओं का फीडबैक लिया। किसानों द्वारा टोकन की संख्या बढ़ाने की मांग पर उन्होंने आश्वस्त किया कि शासन हर पंजीकृत किसान की वास्तविक उपज का एक-एक दाना खरीदने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि टोकन की सीमा पहले ही बढ़ाई जा चुकी है ताकि किसी भी किसान को परेशानी न हो। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे अपनी उपज बेचने के बाद स्वेच्छा से रकबा समर्पण करें और सावधानी बरतें कि उनके खाते का दुरुपयोग बिचौलियों द्वारा न किया जाए, अन्यथा संलिप्त पाए जाने पर कठोर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।

कलेक्टर राजेंद्र कटारा ने जिले के सजग नागरिकों से अपील करते हुए कहा है कि शासन की इस धान खरीदी में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए जनता का सहयोग अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि यदि किसी भी नागरिक को अवैध धान के भंडारण, बिचौलियों की सक्रियता या अवैध परिवहन की जानकारी प्राप्त होती है, तो वे तत्काल इसकी सूचना दे। प्रशासन द्वारा सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम और पहचान पूर्णतः गोपनीय रखी जाएगी।

अब तक 12 हजार क्विंटल से अधिक अवैध धान एवं  67 वाहन जब्त


गौरतलब है कि प्रशासन की सतत निगरानी से अवैध धान में अब तक 107 प्रकरण दर्ज किए हैं, जिसके तहत 12,407.42 क्विंटल अवैध धान जब्त किया गया है। साथ ही 57 चार पहिया वाहन और 10 दोपहिया वाहनों को भी जब्त कर कार्यवाही की गई है। और आगे भी संयुक्त टीम द्वारा जिले में अवैध धान खपाने की मंशा रखने वाले कोचियों और बिचौलियों पर कार्यवाही जारी रहेगी।

Leave a reply

Please enter your name here
Please enter your comment!