आज 14 अक्टूबर, 2025 मंगलवार, के दिन कार्तिक महीने की कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि है. इस तिथि पर भगवान शिव के एक स्वरूप काल भैरव का अधिकार है, जिन्हें समय का देवता भी कहा जाता है. यह तिथि किसी भी तरह के शुभ कार्यों, नई बातचीत और मेडिकल ट्रीटमेंट के लिए अच्छी नहीं है.

14 अक्टूबर का पंचांग

  • विक्रम संवत : 2081
  • मास : कार्तिक
  • पक्ष : कृष्ण पक्ष अष्टमी
  • दिन : मंगलवार
  • तिथि : कृष्ण पक्ष अष्टमी
  • योग : शिव
  • नक्षत्र : पुनर्वसु
  • करण : कौलव
  • चंद्र राशि : मिथुन
  • सूर्य राशि : कन्या
  • सूर्योदय : 06:35 बजे
  • सूर्यास्त : 06:15 बजे
  • चंद्रोदय : देर रात 12.25 बजे (15 अक्टूबर)
  • चंद्रास्त : दोपहर 01.52 बजे
  • राहुकाल : 15:20 से 16:47
  • यमगंड : 10:58 से 12:25

यात्रा और पूजा के लिए अच्छा है नक्षत्र
आज के दिन चंद्रमा मिथुन राशि और पुनर्वसु नक्षत्र में रहेंगे. यह नक्षत्र मिथुन राशि में 20:00 से लेकर कर्क राशि के 3:20 तक फैला हुआ है. इसकी अधिष्ठात्री देवी अदिति और इस नक्षत्र के स्वामी ग्रह बृहस्पति हैं. नया वाहन खरीदने या सर्विसिंग कराने के अलावा यात्रा और पूजा के लिए यह नक्षत्र अच्छा है. यह एक अस्थायी, तेज और गतिशील प्रकृति का तारा है. इस नक्षत्र में बागवानी करने, जुलूस में जाने, मित्रों से मिलने का कार्य भी किया जा सकता है.

आज के दिन का वर्जित समय
आज के दिन 15:20 से 16:47 बजे तक राहुकाल रहेगा. ऐसे में कोई शुभ कार्य करना हो, तो इस अवधि से परहेज करना ही अच्छा रहेगा. इसी तरह यमगंड, गुलिक, दुमुहूर्त और वर्ज्यम् से भी परहेज करना चाहिए.

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