

बलरामपुर। बलरामपुर जिले के थाना चलगली और वन विभाग की संयुक्त टीम ने एक बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा करते हुए ग्रामीणों को फर्जी वन अधिकार पट्टा और पुस्तिका देकर ठगने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।
जानकारी के अनुसार दिनांक 29 जुलाई 2025 को कुछ ग्रामीणों ने सूचना दी कि ग्राम अमरावतीपुर और मुरका में कुछ व्यक्ति वन अधिकार पट्टा बनाकर वितरित कर रहे हैं। सूचना पर संज्ञान लेते हुए बलरामपुर वन विभाग और चलगली पुलिस ने संयुक्त रूप से मौके पर जाकर जांच की। जांच में यह पुष्टि हुई कि आरोपी फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से ग्रामीणों को पट्टा और वनाधिकार पुस्तिका प्रदान कर रहे थे।
इस संबंध में वनपाल अनिल कुजूर की रिपोर्ट पर थाना चलगली में अपराध क्रमांक 61/2025 के तहत धारा 318(4), 336(3), 338, 3(5) बीएनएस के अंतर्गत अपराध पंजीबद्ध कर आरोपी 1. अविनाश दुबे, पिता रविकांत दुबे, निवासी शिवरी, चौकी वाड्रफनगर, थाना बसंतपुर,2. विपिन कुजूर, पिता स्व. अमीर साय कुजूर, निवासी अमरावतीपुर, थाना चलगली,3. सुरेन्द्र आयाम, पिता दिरपाल गोड़, निवासी मुरका, थाना चलगली को गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे इस कार्य को अपने एक अन्य साथी कुन्दर कुमार रजक (निवासी वाड्रफनगर) के साथ मिलकर कर रहे थे। उल्लेखनीय है कि कुन्दर कुमार रजक वर्तमान में एक एनडीपीएस मामले में उड़ीसा की जेल में निरुद्ध है।
पुलिस ने आरोपियों के पास से 11.60 हेक्टेयर (लगभग 29 एकड़) भूमि के फर्जी पट्टे से संबंधित दस्तावेज,03 नग मोबाइल फोन,,01 मोटरसाइकिल जब्त कर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।






















