

बलरामपुर।बलरामपुर जिले के प्राथमिक शाला घोड़सोता एक ऐसी तस्वीर निकलकर सामने आई है जिसको आप देखकर हैरान हो जाएंगे। जहां बच्चों का भविष्य खतरों में नजर आ रहा है। यहां पर पदस्थ शिक्षकों को जिले के मुख्यमंत्री, राष्ट्रपति प्रदेश के शिक्षा मंत्री एवं देश के शिक्षा मंत्री तक का नाम उनको पता नहीं है। वही इन स्कूल में पदस्थ शिक्षक को अंग्रेजी का भी ज्ञान नहीं है तो जरा अंदाजा लगाइए कि अब शिक्षक बच्चों को कैसे पढ़ते होंगे। वही यहां पर पदस्थ शिक्षकों का जनरल नॉलेज और इंग्लिश का ज्ञान इनको नहीं है। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
आप तस्वीरों में साफ़ तौर पर देख सकते हैं कि जब शिक्षक ब्लैकबोर्ड पर किस तरह से इंग्लिश में 11, 18 व 19 जैसे गिनती के साधारण अंग्रेजी शब्दों की स्पेलिंग (Spelling) बच्चों को लिख कर पढ़ानें को कहां तो तीनों शिक्षक गलत स्पेलिंग लिख बैठे। सबसे हैरानी की बात तो या रही कि शिक्षकों को प्रदेश के शिक्षा मंत्री देश के शिक्षा मंत्री मुख्यमंत्री राष्ट्रपति तक का नाम उनको नहीं पता है।
अब तस्वीरों के माध्यम से अंदाजा लगा सकते हैं कि यहां पर पढ़ने वाले बच्चों का भविष्य किस तरीके से अंधकार और खतरे में है। जहां पूरे प्रदेश में शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए तमाम नए प्रयास किया जा रहे हैं। शिक्षा गुणवत्ता को सुधार करने के लिए युक्ति युक्त कारण भी प्रदेश में चलाया गया ताकि बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल सके और बच्चे पढ़ कर आगे बढ़ सके। लेकिन क्या ऐसे शिक्षक के भरोसे बच्चे पढ़ कर आगे बढ़ सकते हैं यह सबसे बड़ा सवाल है।अब देखना यह होगा की वायरल वीडियो के आधार पर किस तरीके से शिक्षा विभाग मामले को संज्ञान लेता है। वह इस पूरे मामले पर जिला शिक्षा अधिकारी भी गोल-मोल जवाब देते नजर आए।





















