

ग्रामीणों ने मनरेगा कार्य में भारी अनियमितता का लगाया आरोप
बलरामपुर।बलरामपुर जिले जनपद पंचायत शंकरगढ़ क्षेत्र अंतर्गत उदरसई ग्राम में एक माह के सार्वजनिक वितरण प्रणाली (राशन) और मनरेगा कार्यों में गंभीर अनियमितता की शिकायत सामने आई है। ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम पंचायत के पूर्व सरपंच, सचिव और सोसायटी डीलर की मिलीभगत से एक माह का राशन गबन किया गया है। साथ ही, मनरेगा योजनाओं में भी अधूरे कार्यों का पूरा भुगतान निकाल लिया गया।जिसकी शिकायत लेकर भारी संख्या में ग्रामीण बलरामपुर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और पंचायत मंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।
शिकायत के अनुसार, वर्ष 2023-24 में मनरेगा अंतर्गत कुआं निर्माण एवं ढोड़ी निर्माण के नाम पर पुराने कुओं और ढोड़ियों की मरम्मत कर उन्हें नया दिखाकर राशि आहरित कर ली गई। हितग्राहियों में भगतु राम (ग्राम दमकोड़ा), माधे और हबला/जुगन (ग्राम घटगांव) के नाम से योजना स्वीकृत कर फर्जीवाड़ा किया गया।

ग्रामीणों ने बताया कि इस संबंध में पहले “सुशासन तिहार” में भी आवेदन दिया गया था, लेकिन अब तक किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं हुई। विरोध करने पर वर्तमान सरपंच द्वारा धमकाते हुए कहा जाता है कि “जहां जाना है जाओ, जो करना है करो।”
इस मामले को लेकर ग्रामीणों ने छत्तीसगढ़ शासन के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री विजय शर्मा को ज्ञापन सौंपते हुए मांग की है कि दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही, गहन जांच कर गबन की गई राशि की वसूली तथा दोषी सरपंच, सचिव व सोसायटी डीलर को पद से हटाने की मांग की गई है।

कलेक्टर राजेंद्र कुमार कटारा ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है, जांच कराई जाएगी, जांच उपरांत ग़लत पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।






















