
सूरजपुर। सूरजपुर जिले के बिश्रामपुर-अंबिकापुर मार्ग पर NH-43 में एक हैरान कर देने वाला नजारा सामने आया। जयनगर थाना क्षेत्र के पार्वतीपुर के पास बालू लदा एक तेज रफ्तार हाइवा (CG15/EB/0698) सड़क पर दौड़ रहा था, जिसके ऊपर चार स्कूली बच्चे बैठे हुए थे। बच्चे यूनिफॉर्म में थे और उनके हाथों में स्कूल बैग भी नजर आए।
वीडियो में स्पष्ट दिख रहा है कि बच्चे कभी बालू के ढेर पर, तो कभी केबिन के किनारे बैठे हैं। ना तो कोई सुरक्षा व्यवस्था थी और ना ही किसी तरह की सावधानी बरती गई थी। यह दृश्य न सिर्फ दिल दहला देने वाला है, बल्कि ट्रैफिक नियमों की सरेआम धज्जियां उड़ाने वाला भी है।
कहां थे हाईवे पेट्रोलिंग और ट्रैफिक अफसर?
इस घटना ने प्रशासनिक और परिवहन व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जिस हाइवे पर भारी वाहनों की आवाजाही होती है, वहां इस तरह स्कूली बच्चों का खुले ट्रक में बैठना न सिर्फ गैरकानूनी है, बल्कि उनकी जान को भी खतरे में डालने जैसा है। हाईवे पर तैनात पेट्रोलिंग टीम और यातायात पुलिस की गैरमौजूदगी भी चिंताजनक है।
अब क्या एक्शन लेगा प्रशासन?
इस वीडियो के सामने आने के बाद स्थानीय लोगों में भी आक्रोश है। लोग पूछ रहे हैं कि आखिर ऐसे वाहनों पर रोक लगाने और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का जिम्मा किसका है? अब देखना यह होगा कि यातायात विभाग और जिला प्रशासन इस गंभीर मामले में क्या कार्रवाई करता है या इसे भी अनदेखा कर दिया जाएगा।