बलरामपुर: कलेक्टर  राजेन्द्र कटारा के मार्गदर्शन में पशुधन विकास विभाग द्वारा जिले के गोवंशीय एवं भैंस वंशीय पशुओं में केन्द्र शासन की योजना पशुधन स्वास्थ्य व रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत गोवंशीय एवं भैंस वंशीय पशुओं में खुरपका/ मुंहपका (एफएमडी) रोग नियंत्रण हेतु सघन टीकाकरण अभियान अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के अंतर्गत पशुधन विकास विभाग के द्वारा जिले के समस्त 06 विकासखण्डों में गौवंशीय किया जा रहा है। जिनके द्वारा सभी मवेशियों में शत-प्रतिशत टीकाकरण कार्य किया जा रहा है।

उप संचालक पशुपालन विभाग ने जानकारी दी है कि एफएमडी रोग दो खुर वाले पशुओं में अत्यंत संक्रामक एवं घातक विषाणु जनित रोग है। यह रोग बहुत ही तेजी से पशुओं में फैलता है। इस रोग के होने पर पशुओं को तेज बुखार हो जाता है। बीमार पशु के मुंह, मसूड़े, जीभ के ऊपर नीचे, होंठ के अंदर भाग, खुरों की बीच की जगह पर छोटे-छोटे दाने उभर आते हैं, जो कि आपस में मिलकर छालों का रूप ले लेते हैं। मुंह में छाले होनें से पशु के मुंह से लगातार लार गिरती रहती है एवं खुर में छालों के कारण पशु लंगड़ाकर चलता है। पशु खाना-पीना छोड़ देता है और सुस्त पड़ जाता है। दुधारू पशुओं में दुध उत्पादन कम हो जाता है तथा बैलों की कार्यक्षमता भी कम हो जाती है।

उन्होंने बताया कि यह एक विषाणु जनित रोग है एवं रोग का रोकथाम ही नियंत्रण का कारगर उपाय है। इसलिये उक्त पशु रोग के नियंत्रण हेतु गत वर्षों की भांति इस वर्ष भी शासन द्वारा सघन टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। पशुपालन विभाग के उप संचालक ने जिले के  पशुपालकों से अपील किया है कि अपने पशुओं में अनिवार्य रूप से इस रोग के रोकथाम एवं बचाव के लिए आवश्यक रूप से टीकाकरण कराएं, जिससे इस बीमारी के संक्रमण का खतरा न हो और पशु स्वस्थ रहें।

Leave a reply

Please enter your name here
Please enter your comment!