कोरबा। श्वेता अस्पताल में अंजली सिंह की संदिग्ध मौत के बाद आक्रोश चरम पर पहुंच गया है। शनिवार सुबह से मृतका के परिजनों के साथ सैकड़ों ग्रामीण और संगठन के लोग अस्पताल के मुख्य द्वार के सामने धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक दोषियों पर सख्त कार्रवाई नहीं होती और अस्पताल को स्थायी रूप से बंद नहीं किया जाता, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।प्रदर्शनकारियों ने मांग की है कि अस्पताल से जुड़े दो जिम्मेदार कर्मचारियों (मनियारो खजूर) को तुरंत निलंबित किया जाए और अस्पताल का पंजीयन हमेशा के लिए रद्द किया जाए। उल्लेखनीय है कि 27 जून को जिला चिकित्सा अधिकारी ने श्वेता अस्पताल में निरीक्षण के दौरान गंभीर लापरवाही पाई थी, जिसके बाद नर्सिंग होम एक्ट के तहत ₹20,000 का जुर्माना लगाया गया और अस्पताल का लाइसेंस 15 दिनों के लिए निलंबित कर दिया गया। हालांकि परिजनों और ग्रामीणों का कहना है कि यह कार्रवाई नाकाफी है। उनका आरोप है कि यह महज दिखावा है और वे न्याय की उम्मीद में धरना दे रहे हैं। स्थिति को देखते हुए मौके पर पुलिस बल की तैनाती की गई है।

Leave a reply

Please enter your name here
Please enter your comment!