

सूरजपुर: छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत महापरीक्षा का आयोजन किया गया। इस दौरान जिलेभर में 19796 परीक्षार्थियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। जिसमें हर वर्ग की सामान भागीदारी देखने को मिली, परीक्षा के बाद सभी को साक्षर होने का प्रमाण पत्र प्रदान किया जायेगा। जिसके बाद परीक्षार्थियों को पढ़े- लिखे होने का दर्जा प्राप्त हो सकेगा।
परीक्षा का उद्देश्य 15 वर्ष से अधिक उम्र के ऐसे लोग जो निरक्षर थे, उन्हें साक्षर बनाना है। जिसके माध्यम से उन्हें भी समाज के पढ़े- लिखे होने का सामान दर्जा प्राप्त हो सके। इस महापरीक्षा जिलेभर के सभी 06 विकासखंडों में आयोजित किया गया था। परिक्षा में 88 % परीक्षार्थियों की भागीदारी रही। जिले में 19796 शिक्षार्थी परीक्षा में बैठे। जिसमें 12928 महिला व 6868 पुरुष परीक्षार्थियों ने हिस्सा लिया। कुल परीक्षा केंद्रों कि संख्या 488 थी। इस दौरान सभी में उत्साह का माहौल देखने को मिला। परीक्षा के संपादित होने के बाद उन्हें प्रमाण पत्र प्रदान किया जायेगा। प्रशस्ति पत्र से प्रमाणित होगा कि, परीक्षार्थी अब निरक्षर नहीं बल्कि साक्षर हैं। साथ ही इसके माध्यम से अब वे समाज में एक पढ़े- लिखे के समान दर्जा हासिल कर सकता है।






















