सूरजपुर: सूरजपुर जिले के तिलसिवां ऑडिटोरियम में आज राज्य स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव का भव्य आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में महिला एवं बाल विकास मंत्री  लक्ष्मी राजवाड़े शामिल हुई। उन्होंने माँ सरस्वती के तैलचित्र पर दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की और विद्यार्थियों से संवाद करते हुए शिक्षा के व्यापक उद्देश्य को रेखांकित किया।

इस अवसर पर श्रीमती राजवाड़े ने कहा कि, शिक्षा केवल डिग्री तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि व्यवहारिक ज्ञान और जीवनोपयोगी कौशल भी उतना ही ज़रूरी हैं। आज का विद्यार्थी जितना अधिक सीखने को उत्सुक रहेगा, उसका भविष्य उतना ही उज्ज्वल होगा।उन्होंने बच्चों को स्कूल को एक मंदिर की तरह मानने और वहां से जीवन निर्माण की प्रेरणा लेने का संदेश दिया।

कार्यक्रम में बालवाड़ी से लेकर कक्षा 12वीं तक के 27 मेधावी विद्यार्थियों, 6 पालकों, 6 शिक्षकों तथा देहदान करने वाले सेवा निवृत्त शिक्षक श्री सुभाष पांडेय को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। इसके साथ ही कक्षा 9वीं की 5 छात्राओं को साइकिल, और 10 दिव्यांग विद्यार्थियों को सहायक सामग्री भी वितरित की गई।मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने नवप्रवेशी बच्चों को पुस्तकें और गणवेश वितरित कर नए शैक्षणिक सत्र के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने शिक्षक, पालक और प्रशासन के त्रिकोणीय सहयोग को बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए अनिवार्य बताया।

इस अवसर पर प्रेमनगर विधायक  भूलन सिंह मरावी, पूर्व गृहमंत्री एवं वन विकास निगम अध्यक्ष रामसेवक पैकरा, कलेक्टर  एस. जयवर्धन, जिला पंचायत अध्यक्ष  चंद्रमणि देवपाल सिंह, सीईओ  कमलेश नंदिनी साहू, नगर पालिका परिषद अध्यक्ष  कुसुमलता राजवाड़े, जनपद अध्यक्ष  स्वाति संत सिंह सहित अनेक जनप्रतिनिधि और अधिकारी उपस्थित रहे।

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