आज 17 अक्टूबर, 2025 शुक्रवार, के दिन कार्तिक महीने की कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि है. इस तिथि पर भगवान विष्णु का अधिकार है. नई ज्वेलरी खरीदने के साथ भगवान विष्णु की आराधना करने और उपवास करने के लिए यह दिन अच्छा माना जाता है. आज रमा एकादशी है. आज तुला संक्रांति भी हो रही है.

17 अक्टूबर का पंचांग

  1. विक्रम संवत : 2081
  2. मास : कार्तिक
  3. पक्ष : कृष्ण पक्ष की एकादशी
  4. दिन : शुक्रवार
  5. तिथि : कृष्ण पक्ष की एकादशी
  6. योग : शुक्ल
  7. नक्षत्र : मघा
  8. करण : बलव
  9. चंद्र राशि : सिंह
  10. सूर्य राशि : कन्या
  11. सूर्योदय : 06:36 बजे
  12. सूर्यास्त : 06:12 बजे
  13. चंद्रोदय : देर रात 03.24 बजे (18 अक्टूबर)
  14. चंद्रास्त : दोपहर 03.38 बजे
  15. राहुकाल : 10:57 से 12:24
  16. यमगंड : 15:18 से 16:45

इस नक्षत्र में धन उधार देने या लेने से बचें
आज के दिन चंद्रमा सिंह राशि और मघा नक्षत्र में रहेंगे. इस नक्षत्र का विस्तार 0 से 13:20 डिग्री तक सिंह राशि में फैला है. इसके देवता पितृगण और नक्षत्र स्वामी केतु हैं. यह उग्र और क्रूर प्रकृति का नक्षत्र है. किसी भी तरह का शुभ कार्य, यात्रा या उधार धन देने या लेने का काम इस नक्षत्र में नहीं करना चाहिए. शत्रुओं के विनाश की योजना बनाने का काम इस नक्षत्र में किया जा सकता है.

आज के दिन का वर्जित समय
आज के दिन 10:57 से 12:24 बजे तक राहुकाल रहेगा. ऐसे में कोई शुभ कार्य करना हो, तो इस अवधि से परहेज करना ही अच्छा रहेगा. इसी तरह यमगंड, गुलिक, दुमुहूर्त और वर्ज्यम् से भी परहेज करना चाहिए.

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