

जशपुर: जशपुर पुलिस ने करोड़ों की ठगी करने वाले फर्जी सी बुल्स ग्लोबल सॉल्यूशन कंपनी के एमडी और उसके दो साथियों को झारखंड से गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है। “ऑपरेशन अंकुश” के तहत की गई इस कार्रवाई को पुलिस की बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। मामला पत्थलगांव थाना क्षेत्र का है, जहां निवेश पर तीन गुना रकम लौटाने का लालच देकर ग्रामीणों से कुल 6 करोड़ रुपए की ठगी की गई थी।
17 अक्टूबर 2025 को मदनपुर इंजिको निवासी जागेश्वर लाल यादव ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 2023 में संतोष कुमार साव नामक व्यक्ति ने कृषि प्रोडक्ट आधारित कंपनी होने का दावा करते हुए ग्रामीणों को निवेश करने के लिए तैयार किया। कुछ महीने तक ब्याज देने के बाद अचानक पैसा आना बंद हो गया। संदेह होने पर जब निवेशकों ने पूछताछ की तो संतोष साव ने उन्हें सी बुल्स ग्लोबल के एमडी मोहम्मद सिराज आलम से मिलवाया।यहाँ सिराज आलम ने कंपनी को 12 वर्ष पुरानी सेबी रजिस्टर्ड ट्रेडिंग कंपनी बताकर निवेश पर प्रतिदिन 1% लाभ और 10 महीनों में मूलधन तीन गुना करने का झांसा दिया। इसके बाद जांजगीर-चांपा, कोरबा, अंबिकापुर, घरघोड़ा और बिलासपुर में मीटिंगें कर कई ग्रामीणों से करोड़ों रुपए निवेश करा लिए गए। गारंटी के नाम पर निवेशकों को फेडरल व इंडसइंड बैंक के चेक भी दिए गए थे।पुलिस जांच में पता चला कि कुछ महीनों तक लौटाया गया ब्याज भी निवेशकों के ही पैसों से दिया गया। नए निवेशक मिलना बंद होने पर कंपनी ने वेबसाइट बंद कर दी और आरोपी फरार हो गए।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह के निर्देश पर आरोपियों की लगातार तलाश जारी थी। तकनीकी टीम और मुखबिरों की मदद से सूचना मिली कि एमडी मोहम्मद सिराज आलम बोकारो में और उसके सहयोगी इमरान खान व *संतोष कुमार साव रांची में छिपे हैं। पुलिस टीम ने झारखंड में दबिश देकर तीनों को गिरफ्तार किया।आरोपियों के पास से मोबाइल, लैपटॉप, बैंक दस्तावेज, आधार, पैन कार्ड सहित महत्वपूर्ण सामग्री जब्त की गई है। पुलिस अब इनके बैंक खातों और डिजिटल लेन-देन की विस्तृत जांच कर रही है।इससे पहले पुलिस दो अन्य आरोपियों—हरिशरण देवांगन और संतोष कुमार साहू को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।






















