बलरामपुर: बलरामपुर जिले के चलगली थाना क्षेत्र में पुलिस और वन विभाग की संयुक्त कार्रवाई में फर्जी वन अधिकार पट्टा बनाकर ग्रामीणों से धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने   तीन आरोपियों को गिरफ्तार  किया गया है। आरोपियों के पास से फर्जी दस्तावेज, मोबाइल फोन और एक मोटरसाइकिल बरामद की गई है।

जानकारी के अनुसार 29 जुलाई को ग्राम अमरावतीपुर और मुरका में कुछ संदिग्ध लोगों द्वारा ग्रामीणों को वन अधिकार पट्ट्टा एवं पुस्तिका वितरित किए जाने की सूचना मिली थी। इस पर बलरामपुर वन विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच की। जांच के दौरान तीन व्यक्तियों द्वारा फर्जी पट्ट्टा एवं दस्तावेज ग्रामीणों को देने की पुष्टि हुई, जिसके बाद उन्हें हिरासत में लिया गया।

पुलिस ने अविनाश दुबे पिता रविकांत दुबे, निवासी शिवरी, चौकी वाड्रफनगर, थाना बसंतपुर 2. विपिन कुजूर पिता स्व. अमीर साय कुजूर, निवासी अमरावतीपुर, थाना चलगली 3. सुरेन्द्र आयाम पिता दिरपाल गोड़, निवासी मुरका, थाना चलगली तीनों आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे अपने एक अन्य साथी कुन्दर कुमार रजक निवासी वाड्रफनगर के साथ मिलकर यह फर्जीवाड़ा करते थे। कुन्दर कुमार रजक फिलहाल एनडीपीएस एक्ट के तहत उड़ीसा की जेल में बंद है। आरोपियों के कब्जे से ग्रामीणों को देने के लिए तैयार किया गया कुल 11.60 हेक्टेयर (करीब 29 एकड़) भूमि का फर्जी पट्टा दस्तावेज, तीन मोबाइल और एक मोटरसाइकिल जब्त की गई है।

इस मामले में वनपाल अनिल कुजूर की रिपोर्ट पर चलगली थाना में अपराध क्रमांक 61/2025 के तहत धारा 318(4), 336(3), 338, 3(5) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई की गई है।

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