

CG News : के तहत छत्तीसगढ़ के दुधावा क्षेत्र का मुसुरपुट्टा गांव आज पूरे राज्य के लिए प्रेरणा बन गया है। करीब 1900 की आबादी वाले इस गांव ने बच्चों की पढ़ाई को बढ़ावा देने के लिए एक अनोखी पहल शुरू की, जिसने शिक्षा की तस्वीर ही बदल दी। यहां पिछले 12 वर्षों से 10वीं और 12वीं कक्षा के टॉपर्स को हवाई जहाज से सैर कराई जा रही है।
इस योजना की शुरुआत वर्ष 2013 में हुई थी। मकसद साफ था—गांव में पढ़ाई का माहौल बनाना और बच्चों को बड़े सपने देखने के लिए प्रेरित करना। शुरुआत में यह सिर्फ एक प्रयोग था, लेकिन धीरे-धीरे इसके नतीजे चौंकाने वाले साबित हुए। आज गांव के ज्यादातर बच्चे 10वीं और 12वीं की परीक्षा प्रथम श्रेणी में पास कर रहे हैं और टॉपर्स की संख्या लगातार बढ़ रही है।
इस अनोखी योजना का पूरा खर्च गांव के ही लोग मिलकर उठाते हैं। योजना के संस्थापक सदस्य और शिक्षाविद धनराज भास्कर के अनुसार, गांव से निकले शासकीय सेवा में कार्यरत अधिकारी-कर्मचारी इसमें अहम भूमिका निभाते हैं। पहले इस पहल से केवल 15 लोग जुड़े थे, लेकिन अब यह संख्या बढ़कर 110 तक पहुंच गई है। इनमें डिप्टी कलेक्टर, एसडीएम, शिक्षक, पुलिसकर्मी, सेना के जवान और क्लर्क शामिल हैं। दीपावली के अवसर पर गांव के सभी अधिकारी एकत्र होकर इस योजना को आगे बढ़ाने की रणनीति बनाते हैं।
इस पहल का असर बच्चों के आत्मविश्वास पर भी साफ नजर आता है। जो बच्चे पहले पढ़ाई में पिछड़ जाते थे, वे अब अच्छे अंक लाने लगे हैं। शिक्षकों का कहना है कि जब बच्चों को सही दिशा, प्रेरणा और एक मजबूत सपना दिखाया जाता है, तो वे असंभव को भी संभव बना सकते हैं।






















