

कोरबा। छत्तीसगढ़ बनने के बाद कोरबा जिले में पर्यटन को भी बढ़ावा मिला है। इसके अंतर्गत बांगो बांध का जल भराव क्षेत्र सतरेंगा और बुका वॉटर स्पोट्र्स के लिए जाना जाता है। कॉफी पॉइंट भी पर्यटकों की पहली पसंद बनकर उभरा है।
जानकारी के अनुसार वन विभाग यहां टूरिज्म सर्किट बनाने परियोजना तैयार कर रहा है। प्राकृतिक सौंदर्य से भरे फुटका पहाड़, बांगो बांध का जलभराव क्षेत्र सतरेंगा व बुका लोगों को लुभा रहा है। चैतुरगढ़ भी धार्मिक पर्यटन केंद्र के रूप में जाना जाता है। इसे जोड़कर पर्यटन कॉरीडोर बनाने की योजना है। अब गोल्डन आइलैंड टिहरीसरई में भी पर्यटक मोटर बोट का आनंद उठा सकेंगे। फुटकापहाड़ में वन विभाग ने कॉफी पॉइंट के नाम से कॉर्टेज बनाया है। इसके आगे टाइगर पॉइंट है। शहर में ही मां सर्वमंगला मंदिर आस्था स्थल में दर्शन के साथ हसदेव दरीं बरॉज पर व्यू पॉइंट से नजारा देखा जा सकता है।
जिला मुख्यालय से 35 किमी दूर सतरेंगा, देवपहरी रोड पर स्थित है। यहां भी विभाग ने पर्यटकों के रुकने के लिए 1 करोड़ रुपए से कॉर्टज बनाए हैं। अक्टूबर से जनवरी तक लोग बड़ी संख्या में पिकनिक मनाने पहुंचते हैं। पर्यटन विभाग ने यहां वुडन कॉटेज भी बनाए हैं। गार्डन और मोटर बोटिंग सुविधा भी है। वन विभाग का ग्लास हाउस और कॉटेज अलग से है।
जिला मुख्यालय से 70 किमी दूर कटघोरा-अंबिकापुर रोड पर बुका स्थित है। बांगो बांध के जलभराव क्षेत्र के किनारे वन विभाग ने पर्यटन केन्द्र के रूप में इसे विकसित किया है। यहां पर्यटकों के रुकने के लिए कार्टेज, टेंट, ग्लास हाउस है, जहां बुकिंग कराकर रात भी बिता सकते हैं। यहां बोटिंग का आनंद भी ले सकते हैं। वन विभाग ने बुका को टिहरीसराई और सतरेंगा से जोड़ने योजना तैयार की है।






















