बलरामपुर। पुलिस अधीक्षक बलरामपुर-रामानुजगंज वैभव बैंकर के निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक तथा अनुविभागीय अधिकारी पुलिस रामानुजगंज के मार्गदर्शन में साइबर ठगी के मामलों में सक्रिय रूप से कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में थाना राजपुर पुलिस एवं सायबर सेल की संयुक्त टीम द्वारा ऑनलाइन ठगी प्रकरण के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया कर जेल भेजा गया।

 थाना प्रभारी भारद्वाज सिंह ने बताया कि पुलिस मुख्यालय रायपुर एवं पुलिस अधीक्षक बलरामपुर-रामानुजगंज के निर्देशानुसार साइबर ठगों एवं म्यूल खाता धारकों के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के तहत जांच की जा रही थी। जांच के दौरान राजपुर निवासी विशाल पैकरा के विभिन्न बैंकों  स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया  के खातों में संदिग्ध लेन-देन पाए गए।

जांच में यह पाया गया कि आरोपी विशाल पैकरा के एसबीआई खाते में ₹2,11,868, सेंट्रल बैंक खाते में ₹6,67,502 तथा यूनियन बैंक खाते में ₹66,461 जमा हुए कुल ₹9,45,787/- की संदिग्ध राशि विभिन्न राज्यों से ऑनलाइन ठगी के माध्यम से आई थी।

पूछताछ एवं तकनीकी साक्ष्यों से स्पष्ट हुआ कि विशाल पैकरा अपने साथी आशीष वर्मा के साथ मिलकर ठगी का अपराध कर रहा था। आशीष वर्मा ठगी से प्राप्त राशि को राजपुर में संचालित सीएससी सेंटर से QR कोड के माध्यम से अपने खाते में ट्रांसफर करवाता था, जबकि विशाल पैकरा कमीशन काटकर बाकी राशि आशीष वर्मा को भेज देता था।

पूर्व में आरोपी विशाल पैकरा को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा जा चुका है, वहीं मुख्य आरोपी आशीष वर्मा फरार था। सायबर सेल की मदद से उसकी गतिविधियों पर निरंतर निगरानी रखी जा रही थी। आज दिनांक 06/10/2025 को पुलिस टीम ने मनेंद्रगढ़ से आशीष वर्मा पिता यज्ञनारायण वर्मा, निवासी ग्राम चैनपुर, थाना मनेंद्रगढ़, जिला मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर को गिरफ्तार किया। आरोपी के खिलाफ विधिवत वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।

Leave a reply

Please enter your name here
Please enter your comment!