बिलासपुर। तेजी से बढ़ रहे जल स्तर और तेज बहाव के कारण हरेली पर्व पर मंदिर दर्शन कर वापस लौट रहे ग्रामीणों की कार अनियंत्रित हो गई और तेज बहाव के साथ उफनते नाले में जा गिरी। कार में सवार आठ लोग किसी तरह बाहर सुरक्षित निकले। अफसोस ये कि कार में सवार तीन साल का मासूम कार के साथ नाले के तेज धार में बह गया। कार और मासूम की तलाश जारी है। मामला सीपत थाना क्षेत्र की है।

सीपत थाना क्षेत्र के ग्राम खम्हरिया में रहने वाले 29 वर्षीय मोहनलाल साहू उर्फ भोला साहू का परिवार हरेली त्योहार में अपनी पत्नी, बच्चों और रिश्तेदारों के साथ सीपत के उच्चभट्ठी स्थित देवी मंदिर के दर्शन के लिए गए थे। कार में दो महिला,दो पुरुष और पांच बच्चे सवार थे। दर्शन के बाद वापस अपने गांव लौटते समय उन्हें रात हो गई। इस दौरान भारी बारिश के चलते ग्राम झलमला से थोड़ी दूर स्थित तुंगन नाले के ऊपर बने पुल से तीन फीट ऊपर बह रहा था। मोहन साहू को लगा कि वह नाला पार कर जाएगा और खतरे को नजरअंदाज कर अपनी वैगन आर कार पुल से पार करवाने लगा। पानी के तेज बहाव के चलते कार का संतुलन बिगड़ गया और कार तेज बहाव में बहते हुए नाले में बह गया।

पुल से नीचे गिरकर कार नाले में बहने लगी और लगभग 60 फीट तक पहुंच गई। परिवार के लोगों ने किसी तरह हिम्मत जुटाकर कार का दरवाजा खोला और आठ लोग तैरकर बड़ी मुश्किल से बाहर निकले। मोहनलाल साहू उर्फ भोला का 3 साल का बेटा तेजस और कार नाले में बह गया। तेजस कार में अपनी मां की गोद में बैठा था और उसकी मां ने उसका हाथ मजबूती से पकड़ रखा था। पर पानी में गिरने के बाद पानी के तेज बहाव में मां का हाथ छूट गया और तेजस बह गया। बाहर आकर उन्होंने इसकी सूचना आसपास के लोगों को दी।

सूचना मिलते ही ग्रामीण युवा नाले में बच्चे और कार को तलाश करने लगे। सीपत थाना प्रभारी गोपाल सतपथी भी मौके पर पुलिस बल के साथ पहुंच गए और एसडीआरएफ को बुलवाया। रेस्क्यू अभियान में भी बच्चे और कार का कुछ पता नहीं चल रहा था। आशंका जताई जा रही थी कि मौके से 800 मीटर दूर सेलर एनीकट तक कार और बच्चा बह गया हो। हालांकि सीपत टीआई गोपाल सतपथी से मिली जानकारी के अनुसार कार मिल गई है, जिसे पानी से निकाला जा रहा हैं। वहीं बच्चे की तलाश की जा रही हैं।

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