अंबिकापुर: राज्य शासन के निर्देशानुसार सरगुजा जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की शुरुआत आज आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मर्यादित नमनाकला से हुई। कलेक्टर  ने धान खरीदी केंद्र पहुंचकर किसान अनंत मंडल का फूल-माला पहनाकर स्वागत किया और किसानों ने विधिवत पूजा-अर्चना कर धान खरीदी महापर्व का शुभारंभ किया।

कलेक्टर  ने धान समिति केंद्र में तौल, मापक यंत्र, बारदाना, कंप्यूटर सिस्टम, इंटरनेट सहित अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी भी किसान को टोकन, तौल या भुगतान में समस्या न हो। उन्होंने कहा कि सभी केंद्रों में व्यवस्था ऐसी हो कि किसान कम समय में अपना धान बेचकर घर लौट सकें।

गौरतलब है कि सरगुजा जिले में इस वर्ष 55,937 पंजीकृत किसान और लगभग 58,219 हेक्टेयर में धान का रकबा है। इसके लिए 54 धान उपार्जन केंद्र संचालित किए गए हैं। प्रत्येक केंद्र में नवीन प्रभारी एवं कंप्यूटर ऑपरेटर की नियुक्ति की गई हैं तथा सुरक्षा और निगरानी के लिए उड़नदस्ता दल भी गठित किया गया है, जिससे खरीदी कार्य निर्बाध रूप से संचालित हो। धान खरीदी महापर्व 15 नवंबर 2025 से 31 जनवरी 2026 तक होगी।पहले दिन धान बेचने पहुंचे किसान श्री अनंत मंडल ने बताया कि उनका कुल 78 क्विंटल धान का रकबा है और आज उन्होंने 20 क्विंटल धान का पहला टोकन कटवाया है। उन्होंने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि जिले में धान बेचने वाला मैं पहला किसान हूं, उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा 3100 रुपये प्रति क्विंटल का मूल्य दिए जाने से किसानों को सीधा लाभ मिल रहा है, इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के प्रति आभार व्यक्त किया।

इस दौरान खाद्य अधिकारी एस. बी. कांमठे, डीआरसीएस  शिल्पा अग्रवाल, तहसीलदार जेयश कंवर, संयुक्त पंजीयक एन. कुजूर, नोडल अधिकारी सीसीबी पी.सी. गुप्ता, सीईओ सीसीबी सी. चंद्रकार, समिति अध्यक्ष भरोसा राम, सरपंच नारायण प्रसाद, उपसरपंच कृष्ण कुमार सिंह, पंच विकास सिंह, प्रदीप राय, सचिव कुश प्रजापति, पटवारी पंकज जायसवाल तथा बड़ी संख्या में किसान उपस्थित रहे।

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