

अंबिकापुर: सरगुजा जिले के मणिपुर पुलिस ने मानव तस्करी के गंभीर मामले का पर्दाफाश करते हुए मध्यप्रदेश के उज्जैन से एक युवती को सकुशल बरामद कर लिया है। पुलिस ने इस मामले में शामिल दो आरोपियों भंवर सिंह गोहाना और मुकेश सिंह गोहाना को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है।
दरअसल मामला तब सामने आया जब पीड़िता की बहन ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसकी सहेली अलका ने शादी समारोह में काम दिलाने के बहाने 19 नवंबर को बहन को पत्थलगांव ले जाने की बात कही थी, लेकिन उसे उज्जैन ले जाकर आरोपी अशोक को 2 लाख रुपये में बेच दिया। आरोपी अशोक ने पीड़िता से विधि-विरुद्ध विवाह कर लिया और बाद में उसका फोन उठाना बंद कर दिया।
29 नवंबर को आरोपी अशोक ने प्रार्थी को कॉल कर धमकी दी कि जब तक दिए गए 2 लाख रुपये वापस नहीं मिलेंगे, तब तक वह पीड़िता को नहीं छोड़ेगा। घटना की जानकारी पुलिस को देने पर भी उसे गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी गई। मामला दर्ज होने के बाद थाना मणिपुर में अपराध क्रमांक 323/2025 धारा 143(2), 187, 3(5) BNS के तहत FIR पंजीबद्ध की गई।जांच के दौरान पुलिस टीम उज्जैन रवाना हुई, जहां भंवर सिंह के कब्जे से पीड़िता को बरामद किया गया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि अलका ने उज्जैन स्टेशन पर पीड़िता को अशोक, मुकेश और भंवर सिंह के हवाले किया था। इसके बाद आरोपी उसे 15 किमी दूर बड़ोदिया गांव ले गए और जबरन शादी कर दी। पीड़िता द्वारा भागने की कोशिश करने पर उसे जान से मारने की धमकी दी जाती थी।छापेमारी के दौरान पुलिस ने मुख्य आरोपी भंवर सिंह (25) और उसके भाई मुकेश सिंह (32) को गिरफ्तार कर लिया। विवेचना के बाद आरोपियों पर धारा 140(3), 142, 144(2), 64 2D BNS की धाराएँ जोड़ी गईं और उन्हें न्यायिक रिमांड पर भेज जेल दिया गया।
कार्रवाई में थाना प्रभारी मणिपुर निरीक्षक अश्विनी सिंह, एएसआई शौखी लाल और आरक्षक सत्येंद्र दुबे की महत्वपूर्ण भूमिका रही।






















