
बलरामपुर: मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बसंत कुमार सिंह ने बताया है कि मानसून में मौसमी बीमारियों में वृद्धि के साथ ही सर्पदंश की मामले सामने आते है। जिसके लिए जिले के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में आवश्यक दवाइयां उपलब्ध कराई गई है।
डॉ. सिंह ने बताया कि इस मौसम में आवासीय क्षेत्रों में अत्यधिक मात्रा में सांप दिखाई देने लगते हैं। जिस कारण सर्पदंश के प्रकरण में वृद्धि होती है जिससे बचाव हेतु जिले के समस्त स्वास्थ्य केंद्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में आवश्यक दवाइयां तथा पर्याप्त मात्रा में एंटी स्नेक वेनम उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि सर्पदंश की स्थिति बनने पर मरीज झाड़ फूक के चक्कर में समय न गवायें, सीधे नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में पहुंच चिकित्सको से उचित उपचार करवायें। उन्होंने बताया कि किसी को सांप काटता है तो उस स्थिति में मरीज को न डरायें मरीज के डरने से बीपी बढ़ेगा जिससे सांप का जहर तेजी से फैलने की संभावना बढ़ जाती है। तथा सर्प के काटे हुए स्थान पर किसी भी चीज से न बांधे तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में पहुंच इलाज कराएं।
डॉ. सिंह ने बताया कि सावधानियां बरतने से सर्पदंश से बचा जा सकता है। इसके लिए जमीन में न सोए, सोते समय मच्छरदानी का उपयोग अवश्य करें। पलंग या चारपाई को दीवाल से न सटाए न ही पलंग से कोई सामान सटा कर रखें, शयन कक्ष में छोटे जीव जन्तु जैसे खरगोश, मुर्गियां आदि न रखें। रात्रि में घर से अन्यत्र जगह जाने पर रोशनी का इस्तेमाल करें, खेत बाड़ी में काम करते समय विशेष रूप से सावधानी बरतें।