जशपुर।पुलिस की संवेदनशीलता और तत्परता ने एक विक्षिप्त युवती को उसके परिवार से मिला दिया। पिछले एक वर्ष से अधिक समय से परिवार से बिछड़कर जंगलों में भटक रही युवती को जशपुर पुलिस ने इलाज कराने के बाद सकुशल उसके परिजनों के सुपुर्द किया। यह कार्य जशपुर पुलिस के मानवीय पहलुओं को दर्शाता है।

11 जुलाई को जशपुर एसएसपी  शशिमोहन सिंह को सूचना मिली कि चौकी दोकड़ा क्षेत्र के ग्राम रेवड़ा के पास जंगल मार्ग पर एक मानसिक रूप से अस्वस्थ महिला बेहद खराब स्थिति में सड़क किनारे पड़ी है, जो चलने-फिरने में असमर्थ है और पीड़ा में कराह रही है। इस पर एसएसपी ने चौकी प्रभारी उप निरीक्षक अशोक यादव को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए।पुलिस टीम उप निरीक्षक अशोक यादव, प्रधान आरक्षक प्रदीप लकड़ा, आरक्षक कुलकांत हंसरा, शशिकांत टोप्पो और महिला आरक्षक राजकुमारी पैकरा  तत्काल मौके पर पहुंची और महिला को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फरसाबहार पहुंचाकर इलाज कराया।इसके बाद युवती की पहचान के लिए सोशल मीडिया और पुलिस नेटवर्क के माध्यम से विभिन्न जिलों व राज्यों में सूचना प्रसारित की गई। पतासाजी के दौरान पता चला कि युवती मंजूषा कुजुर (30)निवासी चौरा, थाना राजपुर (जिला बलरामपुर) की है। उसके परिजनों ने 23 फरवरी 2024 को गुमशुदगी रिपोर्ट (क्रमांक 14/2024) दर्ज कराई थी।13 जुलाई को महिला को राजपुर पुलिस की उपस्थिति में परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया।

इस संबंध में SSP  शशि मोहन सिंह ने बताया कि दोकड़ा पुलिस के द्वारा संवेदनशीलता एवं मानवता का परिचय देते हुए परिवार से बिछड़े मानसिक रूप से दिव्यांग महिला को उनके परिजनों से मिलकर न सिर्फ जनसेवा की मिसाल प्रस्तुत किया है, बल्कि पुलिस और जनता के मध्य बेहतर संबंध को एक कदम और आगे बढ़ाया है। इस कार्य में सम्मिलित दोकड़ा के अधि./कर्मचारियों को नगद इनाम से पुरस्कृत किया गया है।

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