अम्बिकापुर:  “स्वच्छता ही सेवा” पखवाड़ा के अंतर्गत सरगुजा जिले के मैनपाट जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत रोपाखार में देश का पहला ग्रामीण गार्बेज कैफे प्रारंभ किया गया है। यह नवाचार पर्यावरण संरक्षण, प्लास्टिक अपशिष्ट के स्थानीय संग्रहण और ग्रामीण आजीविका संवर्धन की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम है।

कलेक्टर  विलास भोसकर एवं जिला पंचायत सीईओ  विनय कुमार अग्रवाल ने आज मैनपाट क्षेत्र के भ्रमण के दौरान इस ग्रामीण गार्बेज कैफे का अवलोकन किया और इसे प्रशंसनीय नवाचार बताया। उन्होंने संबंधित विभागों और भागीदारी संस्थाओं को इस मॉडल को और अधिक सुदृढ़ करने के निर्देश दिए।

यह पहल जिला प्रशासन सरगुजा, एलआईसी एचएफएल ग्रीन टुमॉरो परियोजना एवं फिनिश सोसायटी के सहयोग से संचालित की जा रही है। इसका उद्देश्य है— ग्रामीण क्षेत्रों में प्लास्टिक कचरे का समुचित प्रबंधन, पर्यावरणीय जागरूकता का प्रसार एवं ग्रामीण महिलाओं की आजीविका को सशक्त करना।

इस कैफे का संचालन “कार्ब हट किचन, रोपाखार” में किया जा रहा है।ग्रामीण या पर्यटक एक किलो साफ प्लास्टिक (जैसे सफेद प्लास्टिक, पानी की बोतल, एल्युमिनियम कैन, कांच की बोतल आदि) लाकर नाश्ता प्राप्त कर सकते हैं।दो किलो प्लास्टिक के बदले भोजन की सुविधा भी उपलब्ध कराई जा रही है। इस नवाचार से न केवल स्वच्छता बढ़ेगी बल्कि प्लास्टिक अपशिष्ट का पुनः उपयोग भी संभव होगा।

इस योजना से जुड़ी स्वच्छताग्राही दीदियां गांव-गांव में सफाई और अपशिष्ट प्रबंधन का कार्य कर रही हैं। कलेक्टर ने दुकानदारों एवं स्थानीय नागरिकों से यूज़र चार्ज नियमित रूप से भुगतान करने की अपील की, जिससे दीदियों की आजीविका मजबूत हो सके और योजना की सततता बनी रहे।

इस अवसर पर एसडीएम  डी एस यूईके., तहसीलदार, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग  ललित शुक्ला, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग  जे.आर प्रधान, सीएमएचओ डॉ. पी.एस. मार्को, जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. दिनेश झा, खाद्य अधिकारी  एस.बी. कामटे, जनपद सीईओ  कुबेर सिंह उरेटी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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