

जगदलपुर। सुकमा जिले के चर्चित तेंदूपत्ता बोनस घोटाला मामले में बड़ा अपडेट सामने आया है। हाईकोर्ट ने बुधवार को तीन महीने से जेल में बंद 7 आरोपियों को जमानत दे दी। इनमें तत्कालीन डीएफओ अशोक पटेल, चार वन समिति प्रबंधक और दो पोषक अधिकारी शामिल हैं।
जमानत पाने वालों में तत्कालीन डीएफओ अशोक पटेल, वन समिति प्रबंधक राजशेखर पुराणिक, रवि गुप्ता, मोहम्मद शरीफ, आयतु कोरसा, पोषक अधिकारी देवनाथ भारद्वाज और चैतुराम बघेल का नाम शामिल है। ये सभी 2021 और 2022 के तेंदूपत्ता संग्रहण सीज़न में हुए घोटाले के आरोपों का सामना कर रहे थे।
दरअसल, उस दौरान 67,732 आदिवासी परिवारों को बोनस का भुगतान किया जाना था, लेकिन करोड़ों की राशि उन तक पहुंच ही नहीं सकी। जांच में खुलासा हुआ कि करीब 6.50 करोड़ रुपये का गबन हुआ है। यह रकम बोनस वितरण खाते से निकालकर फर्जी भुगतान और हेराफेरी के जरिए गायब कर दी गई थी।
पूरे मामले की जांच आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) ने की। जांच में गबन की पुष्टि होने के बाद सुकमा वनमंडल के तत्कालीन डीएफओ अशोक पटेल समेत 11 लोगों को आरोपी बनाया गया और गिरफ्तार किया गया था।
अब हाईकोर्ट द्वारा 7 आरोपियों को जमानत मिलने के बाद मामले में नई कानूनी स्थिति बनी है। हालांकि, घोटाले की जांच अभी भी जारी है और बाकी आरोपियों पर आगे की सुनवाई अदालत में होगी।






















