बलरामपुर। बलरामपुर जिले के चलगली थाना क्षेत्र के ग्रामीणों को पैसा दोगुना करने का लालच देकर लाखों रुपये की ठगी करने वाले आरोपी को पुलिस ने महाराष्ट्र के नागपुर से गिरफ्तार किया।आरोपी एक फर्जी मोबाइल ऐप ‘एन्टोफागस्टा’ के माध्यम से ग्रामीणों को झांसा देता था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा। पुलिस अन्य फरार आरोपियों की तलाश में जुटी।

जानकारी के अनुसार मार्च 2024 से सितंबर 2024 के बीच ‘एन्टोफागस्टा’ नामक मोबाइल ऐप के माध्यम से चलगली क्षेत्र के ग्रामीणों से ऑनलाइन निवेश के नाम पर ₹20,81,827 की ठगी की गई। आरोपी व उसके साथियों ने ऐप के प्रचार-प्रसार के लिए व्हाट्सएप कॉल व मैसेज के जरिए लोगों को पैसा डबल करने का झांसा दिया। पुलिस ने थाना चलगली में अपराध क्रमांक 21/2025 दर्ज कर भारतीय न्याय संहिता की धारा 318(4), 319(2) बीएनएस एवं आईटी एक्ट की धारा 66(ड) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की।

पुलिस अधीक्षक वैभव बैंकर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विश्वदीपक त्रिपाठी व एसडीओपी रामअवतार ध्रुव के मार्गदर्शन में चलगली थाना प्रभारी द्वारा आरोपी की तलाश शुरू की गई। मोबाइल नंबरों की सीडीआर व लोकेशन की जांच कर आरोपी की मौजूदगी नागपुर में पाई गई।नागपुर पहुंची पुलिस टीम ने आरोपी परितोष मन्ना, पिता बीतई मन्ना,(42 वर्ष) निवासी – ग्राम कोलागछिया, थाना कोलाघाट, जिला पूर्व मेदिनीपुर, पश्चिम बंगाल,वर्तमान पता – प्रेमनगर, गली नंबर 04, थाना शांतिनगर, नागपुर (महाराष्ट्र) हिरासत में लेकर पूछताछ की। पूछताछ में आरोपी ने अपराध स्वीकार किया और बताया कि उसने अपने नाम से एसबीआई, केनरा बैंक, पंजाब एंड सिंध बैंक तथा आईडीबीआई बैंक में खाते खुलवाकर ग्रामीणों से ठगे गए पैसे उनमें जमा कराए। खातों में लाखों रुपये का ट्रांजेक्शन मिला है।आरोपी परितोष मन्ना के अन्य साथी अभी फरार हैं, जिनकी गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।संपूर्ण कार्रवाई में निरीक्षक बी.एल. भारद्वाज, आरक्षक संजय जायसवाल, राजकिशोर पैकरा एवं राजकुमार सिंह की सराहनीय भूमिका रही।

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