पटना। राजधानी के वेटनरी कॉलेज ग्राउंड में रविवार को राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की ओर से अंबेडकर दलित-आदिवासी अधिकार संवाद का आयोजन हुआ। इस विशाल जनसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्य वक्ता के रूप में हिस्सा लिया और दलित-आदिवासी समाज को सशक्त करने का संकल्प दोहराया।

तेजस्वी यादव ने अपने संबोधन में ‘DALIT’ शब्द की नई परिभाषा पेश की। उन्होंने कहा –
D का अर्थ दृढ़ संकल्प, A आत्मसम्मान, L लीडरशिप, I इंसाफ, और T तरक्की का प्रतीक है। तेजस्वी के अनुसार, यह सिर्फ एक शब्द नहीं बल्कि “एक आंदोलन की भावना” है, जो समाज में समानता और स्वाभिमान का संदेश देता है।

भाजपा-जदयू सरकार पर तीखा हमला करते हुए तेजस्वी ने कहा कि वर्तमान सरकार सत्ता के नशे में चूर है और जन आंदोलनों को दबाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने दावा किया कि RJD सत्ता में आई तो हर वर्ग को नौकरी, आर्थिक न्याय और सामाजिक सम्मान मिलेगा। तेजस्वी ने याद दिलाया कि उपमुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने 5 लाख से अधिक नौकरियां दी थीं।

तेजस्वी यादव ने मंच से 17 दलित संकल्पों की घोषणा की, जिन्हें वे सत्ता में आने के बाद लागू करने का वादा कर चुके हैं। उन्होंने कहा, “जब तक दलित और आदिवासी समाज आगे नहीं बढ़ेगा, बिहार भी प्रगति नहीं करेगा।”

सभा में बड़ी संख्या में लोगों ने तेजस्वी के पक्ष में समर्थन जताया और कहा कि अबकी बार बिहार में बदलाव तय है।

तेजस्वी ने अपने ‘RESPECT मॉडल’ के जरिए बिहार के विकास का रोडमैप भी साझा किया— रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य, पलायन मुक्त बिहार, समानता, अपराध मुक्त समाज और तकनीक व पर्यटन के विकास पर फोकस। साथ ही, उन्होंने महिलाओं के लिए “माई बहन मान योजना” सहित कई सामाजिक कल्याण योजनाओं की घोषणा की।

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