कांकेर। जिले में अवैध सागौन तस्करी पर रोक लगाने के लिए वन विभाग और पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाकर बड़ी सफलता हासिल की। 24 घंटे के भीतर दो ताबड़तोड़ कार्रवाइयों में कुल 56 नग सागौन लकड़ी जब्त की गई है। इन ऑपरेशनों से तस्करों में खौफ फैल गया है।

पहली कार्रवाई: टवेरा से लाखों की सागौन जब्त

पहला ऑपरेशन देर रात लगभग 3 बजे हुआ। मुखबिर की सूचना पर टीम ने कोयलीबेडा से कांकेर लाई जा रही सागौन लकड़ी से भरी एक टवेरा कार को घेराबंदी कर पकड़ा। तलाशी में लाखों की कीमती लकड़ी बरामद हुई। आरोपी को गिरफ्तार कर वाहन और लकड़ी को कब्जे में ले लिया गया। विभाग ने बताया कि इस नेटवर्क की जांच जारी है और अन्य लोगों की पहचान की जा रही है।

दूसरी कार्रवाई: चारामा से 43 नग सागौन बरामद

पहली कार्रवाई के कुछ ही घंटों बाद चारामा क्षेत्र में दूसरी बड़ी कार्रवाई की गई। यहां से 43 नग अवैध सागौन लकड़ी जब्त हुई। हालांकि कुछ संदिग्ध मौके से भागने में सफल रहे, लेकिन उनके खिलाफ भी साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।

लगातार दबाव में तस्कर

दोनों कार्रवाइयों को मिलाकर कुल 56 नग लकड़ी जब्त की गई, जिसकी कीमत लाखों रुपए है। अधिकारियों का कहना है कि पिछले कुछ महीनों से कांकेर और आसपास में सागौन तस्करी का नेटवर्क सक्रिय था। अब लगातार हो रही सख्त कार्रवाई से तस्करों पर दबाव बढ़ा है।

स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया

ग्रामीणों ने संयुक्त कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि लंबे समय से अवैध कटाई और तस्करी के कारण जंगलों की हरियाली खत्म हो रही थी। अब कड़ी कार्रवाई से लोगों को राहत मिली है। वन विभाग ने स्पष्ट किया कि जंगलों की संपदा से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

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