

दुर्ग। छत्तीसगढ़ में स्वाइन फ्लू के मामलों ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है। यहां के दुर्ग में मंगलवार को स्वाइन फ्लू से एक और मौत की खबर है। इसके बाद जिले में स्वाइन फ्लू से मरने वालों की संख्या चार हो गई। मृतक भिलाई के चौहान ग्रीन वैली हाउसिंग सोसायटी का रहने वाला था।
पिछले 22 दिनों में दुर्ग में स्वाइन फ्लू के 23 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 13 मरीजों का इलाज दुर्ग और रायपुर के सरकारी व निजी अस्पतालों में जारी है। छह मरीज ठीक हो चुके हैं। वहीं चार की मौत हो गई है।
एचआईएन1 वायरस के प्रसार को रोकने और उससे निपटने के लिए दुर्ग कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी ने सभी अस्पतालों को एडवाइजरी जारी की है। एडवाइजरी में अस्पतालों को एच1एन1 वायरस से संक्रमित मरीजों के परिजनों और पड़ोसियों की जांच करने का निर्देश दिया गया है।
स्वास्थ्य अधिकारियों ने स्वाइन फ्लू के मरीजों के लिए दुर्ग के जिला अस्पताल में 10 बेड और चंदूलाल चंद्राकर मेमोरियल मेडिकल कॉलेज में 30 बेड आरक्षित किए हैं। लोगों को खांसते या छींकते समय मुंह और नाक को ढकने की सलाह दी गई है। साथ ही, खांसने या छींकने के बाद बार-बार साबुन और पानी से हाथ धोने या अल्कोहल युक्त सैनिटाइजर का इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है।स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि जहां भी स्वाइन फ्लू के नए मरीज मिल रहे हैं, उनके परिजनों और पड़ोसियों की जांच की जा रही है। इसके साथ ही आस-पास के इलाकों में स्वास्थ्य जांच कर लोगों को दवाइयां दी जा रही हैं।
स्वाइन फ्लू के लक्षण
स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि अगर उन्हें संक्रमण का संदेह है या फ्लू जैसे लक्षण (Symptoms of Swine Flu) हैं तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। बुखार का आना खांसी आना। नाक बहना कंजेशन डायरिया ठंड लगना उल्टी आना





















