नारायणपुर। नक्सली संगठन अब लगातार कमजोर होता जा रहा है और सुरक्षा बलों को एक बड़ी सफलता मिली है। नारायणपुर पुलिस के समक्ष हाल ही में 12 माओवादी, जिनमें 5 महिलाएं शामिल थीं, ने आत्मसमर्पण किया। इन सभी माओवादियों पर कुल 18 लाख रुपये का इनाम घोषित था।

पुलिस अधिकारियों के अनुसार, यह सफलता लगातार नक्सल विरोधी अभियानों और अबूझमाड़ में नवीन कैंपों की स्थापना का नतीजा है। इन अभियानों से नक्सली संगठन का संचालन प्रभावित हुआ और कई माओवादी अपने गढ़ से बाहर निकलकर सुरक्षा बलों के सामने सरेंडर करने को मजबूर हुए।

इस दौरान सीमा सुरक्षा बल (BSF) और इंडो-तिब्बत बॉर्डर पुलिस (ITBP) के अधिकारी भी मौके पर मौजूद थे और उन्होंने आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों को कानूनी प्रक्रिया और रिहाई के नियमों के अनुसार आवश्यक निर्देश दिए।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले सभी माओवादी को पुनर्वास योजना के तहत सुरक्षा और सामाजिक मदद प्रदान की जाएगी। यह कदम स्थानीय नागरिकों के लिए भी राहत का संदेश लेकर आया है, क्योंकि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा और विकास की गतिविधियां तेज हो सकेंगी।

नारायणपुर में इस तरह के लगातार सफल अभियान सुरक्षा बलों की रणनीति और नक्सल विरोधी प्रयासों की ताकत को दर्शाते हैं। राज्य प्रशासन ने भी इसे माओवादी समस्या के समाधान और विकास कार्यों के लिए महत्वपूर्ण बताया है।

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