कोरिया: जिला कलेक्टर  चंदन त्रिपाठी के निर्देशानुसार पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रशांत सिंह व उनकी टीम जिले के विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण का उद्देश्य स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता की समीक्षा करना एवं व्यवस्थाओं की वास्तविक स्थिति जानना था।

निरीक्षण के दौरान आयुष्मान आरोग्य मंदिर खांडा, गिरजापुर, महोरा, सरभोका तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र टेंगनी का जायजा लिया गया। खांडा केंद्र में साफ-सफाई, बागवानी व्यवस्था और फ्लेक्स बैनर को सुव्यवस्थित रखने के निर्देश दिए गए। गिरजापुर केंद्र में आरसीएच रजिस्टर, एनसीडी रजिस्टर, औषधि संधारण एवं एचआरपी मरीजों की सूची का समुचित प्रबंधन न होने पर सुधारात्मक निर्देश दिए गए। इसी तरह टेंगनी केंद्र में आईपीडी रजिस्टर, एएनसी जांच, दवा वितरण कक्ष, स्टोर एवं प्रसव कक्ष की जांच की गई। सभी कर्मचारी उपस्थित पाए गए। प्रभारी को जरूरी व्यवस्थागत सुधार करने को कहा गया।

वहीं सरभोका केंद्र में एनसीडी रजिस्टर सहित अन्य दस्तावेजों का महीनों से संधारण नहीं किया गया था। साथ ही अस्पताल में पर्याप्त साफ-सफाई भी नहीं पाई गई। इस लापरवाही पर सभी संबंधित कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।सबसे गंभीर स्थिति महोरा केंद्र में पाई गई, जहां निरीक्षण के समय एक भी स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित नहीं था। इस पर उनके एक दिन का वेतन काटने तथा कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए।

निरीक्षण के दौरान सभी केंद्रों को आयुष्मान कार्ड एवं वय वंदना कार्ड निर्माण हेतु लक्ष्य के अनुरूप कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए गए।

इसके साथ ही निरीक्षण दल ने पटना क्षेत्र की दवा दुकानों का भी जायजा लिया। दुकानों में सीसीटीवी कैमरा, नारकोटिक्स दवाओं का संधारण, क्रय-विक्रय बिल, एवं एक्सपायरी दवाओं की स्थिति की जांच की गई। सभी दुकानों में सीसीटीवी कैमरे सक्रिय मिले। दुकानदारों को वैध प्रिस्क्रिप्शन के बिना दवा न देने एवं नारकोटिक दवाओं के संधारण में कठोरता बरतने के निर्देश दिए गए। इस निरीक्षण दल में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रशांत सिंह, औषधि निरीक्षक विकास लकड़ा सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

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