

गौरेला–पेंड्रा–मरवाही। केंद्रीय गृह मंत्रालय के आव्हान पर पुलिस मुख्यालय छत्तीसगढ़ के निर्देश पर 15 एवं 16 अगस्त को नशे के विरुद्ध राष्ट्रव्यापी जनजागरूकता अभियान का जिला स्तर पर भव्य शुभारंभ हुआ। गुरुकुल स्टेडियम में आयोजित स्वतंत्रता दिवस समारोह के मुख्य अतिथि धरम लाल कौशिक, पूर्व अध्यक्ष एवं पूर्व नेता प्रतिपक्ष, छत्तीसगढ़ विधानसभा तथा विधायक बिल्हा ने जिला पुलिस के आग्रह पर मंच से उपस्थित जनसमूह को संबोधित किया।
अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि — “नशा एक ऐसी घातक बुराई है जो व्यक्ति के शरीर, मन और भविष्य को ही नहीं, बल्कि पूरे समाज की जड़ों को खोखला कर देती है। आज देश और प्रदेश के सामने यह चुनौती है कि हम अपने युवाओं को इस विनाशकारी आदत से बचाएँ। एक नशा-मुक्त समाज ही वास्तव में प्रगतिशील समाज होता है, जहाँ ऊर्जा और प्रतिभा का सही उपयोग विकास, शिक्षा, नवाचार और सेवा के कार्यों में होता है। जब युवा नशे से दूर रहकर अपने सपनों और राष्ट्र के निर्माण में योगदान देते हैं, तभी हम एक सशक्त, सुरक्षित और समृद्ध छत्तीसगढ़ और भारत की कल्पना साकार कर सकते हैं।”
उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे स्वयं नशे से दूर रहें और अपने मित्रों, परिवार तथा समाज में भी नशा त्यागने के लिए प्रेरित करें।
इस अवसर पर विधायक मरवाही प्रणव मरपच्ची, कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी, पुलिस अधीक्षक सुरजन राम भगत सहित जिला प्रशासन एवं पुलिस के अधिकारी, जनप्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता तथा स्कूल–कॉलेज के विद्यार्थी बड़ी संख्या में मौजूद रहे। सभी ने एक स्वर में नशा उन्मूलन का संकल्प लिया।
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर थाना गौरेला स्टाफ द्वारा थाना प्रभारी निरीक्षक अंजना केरकेट्टा के नेतृत्व में मिशन स्कूल के विद्यार्थियों के बीच नशे के दुष्प्रभाव पर चर्चा की गई और विद्यार्थियों को नशे से दूर रहने की शपथ दिलाई गई। थाना प्रभारी गौरेला ने विभिन्न जन समूहों के साथ इसी तरह के कार्यक्रम आयोजित कर एक सघन जनजागरूकता अभियान चलाया।
यह पूरा अभियान जिला एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स ईकाई के नोडल अधिकारी ओम चंदेल (अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक), एसडीओपी मरवाही दीपक मिश्रा एवं एसडीओपी गौरेला श्याम सिदार के मार्गदर्शन में संचालित किया गया।






















