
जशपुर।कुनकुरी न्यायालय से पेशी के बाद लौटते समय एक आरोपी पुलिस अभिरक्षा से फरार हो गया। इस गंभीर लापरवाही पर एसएसपी जशपुर शशि मोहन सिंह ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। निलंबन के दौरान उन्हें नियमानुसार केवल जीवन निर्वाह भत्ता मिलेगा।
जानकारी के अनुसार फरार आरोपी रितेश प्रताप सिंह, उम्र 24 वर्ष, निवासी डुगडुगिया, कुनकुरी, पूर्व में एक नाबालिग लड़की के साथ दैहिक शोषण के मामले में जेल जा चुका था। जेल से रिहा होने के बाद भी वह उसी लड़की से शादी के नाम पर विवाद और मारपीट कर रहा था। शिकायत के बाद उसे पुनः गिरफ्तार कर भारतीय न्याय संहिता की धाराओं 296, 115(2), 118, 64 व 62 के तहत जेल भेजा गया था।
रितेश को 2 जून को छह अन्य आरोपियों के साथ शासकीय वाहन से पेशी के लिए कुनकुरी न्यायालय ले जाया गया था। लौटते समय रात करीब 7.45 बजे लोरो घाट के पास**, चलती गाड़ी से उसने पुलिस को चकमा देकर हथकड़ी निकाल ली और कूदकर फरार हो गया।इस घटना ने पुलिसकर्मियों की सतर्कता और ड्यूटी के प्रति गंभीर लापरवाही को उजागर कर दिया। मामले को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी ने प्रधान आरक्षक सुनसाय एक्का, आरक्षक लव कुश पैंकरा, जनक साय, डायमंड तिग्गा, और पुतूरु राम को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर रक्षित केंद्र जशपुर में अटैच किया है।इस बीच, एसडीओपी जशपुर चंद्रशेखर परमा को विभागीय जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श शशि मोहन सिंह ने स्पष्ट कहा कि ड्यूटी में लापरवाही किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। फरार आरोपी की तलाश जारी है।