गौरेला-पेंड्रा- मरवाही। नवरात्रि की पंचमी पर जिला पुलिस ने नागरिकों को एक अनोखा तोहफ़ा दिया। गुम और चोरी हुए मोबाइल फोन की रिकवरी कर उन्हें वास्तविक मालिकों को लौटाने की इस पहल ने आमजन के चेहरे पर मुस्कान और पुलिस के प्रति विश्वास की नई किरण जगाई।

पुलिस मुख्यालय की मंशा के अनुरूप पुलिस अधीक्षक  सुरजन राम भगत के निर्देशन में, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओम चंदेल, एसडीओपी पेंड्रा डीएसपी निकिता मिश्रा एवं डीएसपी साइबर दीपक मिश्रा के सुपरविजन में यह विशेष अभियान चलाया गया।

अभियान के तहत साइबर सेल प्रभारी उप निरीक्षक सुरेश ध्रुव, थाना प्रभारी पेंड्रा उप निरीक्षक रणछोड़ सिंह सेंगर एवं थाना प्रभारी मरवाही निरीक्षक सनीप रात्रे के नेतृत्व में टीमों ने प्रभावी कार्यवाही करते हुए CEIR पोर्टल की मदद से गुम मोबाइल ट्रेस किए। प्रथम चरण में कुल 51 मोबाइल फोन वापस दिलाए गए।

मोबाइल लौटने पर नागरिकों में खुशी का माहौल देखने को मिला। छात्राओं और गृहिणियों से लेकर बैंक सुरक्षा गार्ड जैसे आमजन ने इसे नवरात्रि का विशेष उपहार बताया। एक युवक, जिसने अपनी पहली कमाई से मोबाइल खरीदा था, भावुक होकर बोला— “मोबाइल खोने के बाद मन बहुत दुखी था, लेकिन आज जीपीएम पुलिस ने मुझे सच्चा तोहफ़ा दिया है। धन्यवाद।”

इस अवसर पर जिन नागरिकों को मोबाइल लौटाए गए उनमें पेंड्रा के प्रसिद्ध सर्प मित्र द्वारिका कोल, एडीपीओ सुचिता सिंह (अधिवक्ता) एवं जनप्रतिनिधि राकेश चतुर्वेदी भी शामिल रहे।

पुलिस अधीक्षक ने इस अभियान में उत्कृष्ट कार्य करने वाले जवानों को सम्मानित किया। सर्वाधिक मोबाइल रिकवर करने वाले आरक्षक दुष्यंत मसराम, आरक्षक राजेश शर्मा, आरक्षक इंद्रपाल आर्मो और आरक्षक हर्ष गहरवार को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। साथ ही सहायक उप निरीक्षक मनोज हनोतिया, प्रधान आरक्षक रवि त्रिपाठी, प्रधान आरक्षक चौपाल कश्यप एवं आरक्षक सुरेंद्र विश्वकर्मा के योगदान की भी सराहना की गई।

जनप्रतिनिधि राकेश चतुर्वेदी ने कहा— “साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल और हेल्पलाइन 1930 का महत्व हर नागरिक को समझना चाहिए।” वहीं एडीपीओ सुचिता सिंह ने बताया कि “गुम मोबाइल खोजने में CEIR पोर्टल अत्यंत उपयोगी है, इसकी जानकारी से अधिक लोगों को लाभ मिल सकता है।”

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