अम्बिकापुर: आदिम जाति, अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यक विकास विभाग के प्रमुख सचिव  सोनमणि बोरा की अध्यक्षता में विभागीय योजनाओं और कार्यों की समीक्षा बैठक आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष, अंबिकापुर में आयोजित की गई। बैठक में कलेक्टर  विलास भोसकर, उप सचिव  यू.के. राजपूत, सरगुजा संभाग के सभी जिलों से सूरजपुर, कोरिया, बलरामपुर, एमसीबी के परियोजना प्रशासक, सहायक आयुक्त, जनपद पंचायत सीईओ सहित आदिवासी विकास विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

बैठक में पीएम जनमन, धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान, वृक्षारोपण सप्ताह, संविधान अनुच्छेद 275(1) एवं राज्य मद के अंतर्गत चल रहे छात्रावास एवं आश्रम भवन निर्माण, प्रयास आवासीय विद्यालय संचालन, सुशासन तिहार के दौरान प्राप्त मांगों एवं शिकायतों की एजेंडा वार गहन समीक्षा की गई।

प्रमुख सचिव श्री बोरा ने कहा कि विशेष पिछड़ी जनजातियों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ना तथा उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाना छत्तीसगढ़ सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने सभी अधिकारियों से कहा कि इन योजनाओं का ईमानदारी और संवेदनशीलता के साथ क्रियान्वयन सुनिश्चित करें।

उन्होंने पीएम जनमन योजना के तहत विशेष पिछड़ी जनजातीय परिवारों के लिए स्वीकृत आवासों का निर्माण कार्य समय-सीमा में पूर्ण कराने के सख्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इन परिवारों की दुर्गम वनांचलों में रहने की स्थिति को ध्यान में रखते हुए बरसात के पहले पक्के आवासों का निर्माण कार्य हर हाल में पूरा किया जाना चाहिए। यदि किसी प्रकार की सामग्री की कमी या अन्य अड़चन आती है तो उसकी जानकारी तत्काल कलेक्टर या जिला पंचायत सीईओ को दें तथा स्वयं समन्वय कर समाधान सुनिश्चित करें।

शैक्षणिक सत्र 2025-26 के प्रारंभ से पूर्व सभी छात्रावासों एवं आश्रमों का निरीक्षण, साफ-सफाई, सिंटेक्स मरम्मत, पेयजल व्यवस्था, ड्रेनेज सिस्टम,बाथरूम-शौचालय की स्थिति आदि का अवलोकन कर आवश्यक मरम्मत कार्य शीघ्र कराने के निर्देश दिए।

प्रमुख सचिव श्री बोरा ने बताया कि छात्रवृत्ति वितरण की नई व्यवस्था बनाई जा रही है, जिससे छात्रों को समय पर छात्रवृत्ति मिल सकेगी। साथ ही नवीन अधीक्षकों की नियुक्ति की जानकारी देते हुए उनके लिए ओरिएंटेशन कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश भी दिए।

वृक्षारोपण सप्ताह के अंतर्गत पीएम जनमन बसाहट, धरती आबा ग्राम, छात्रावास, आश्रमों में फलदार, औषधीय एवं बहुउपयोगी पौधों जैसे इमली, आम, कटहल, बरगद, सहजन (मूंगा) के रोपण हेतु गड्ढे तैयार रखने तथा निर्धारित तिथि पर पौधारोपण की कार्ययोजना बनाने के निर्देश भी बैठक में दिए गए।

अंत में उन्होंने अधिकारियों को सुशासन तिहार के अंतर्गत प्राप्त आवेदनों का समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण निराकरण सुनिश्चित करने साथ ही विद्यालयों और छात्रावासों का नियमित निरीक्षण कर कमियों को प्राथमिकता में दूर करने का निर्देश दिया।

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