
सूरजपुर। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में पर्यावरण में गंभीर संकट उत्पन्न हो रहा है। छत्तीसगढ़ में बाहर से आकर वन तस्कर यूकेलिप्टस पेड़ो की कटाई की आड़ में हरे-भरे वृक्षों व अन्य वेश कीमती वर्ग के पेड़ो को बिना स्थानीय प्रशासन अनुमती के काटकर गोदामों में एकत्रित कर अन्य प्रदेशों में परिवहन के माध्यम से तस्करी कर ले जा रहे है जिससे सरगुजा संभाग के पर्यावरण को क्षति पहुंच रहा है।
शिवसेना के जिला प्रमुख ने आगे कहा कि इन तस्करों के द्वारा जिन वाहनों का प्रयोग किया जा रहा है उन वाहनों की स्थिति भी बेहद खराब है जिसके चलते हमेशा दुर्घटना का आसार बना रहता है। इन पेड़ों को काटने की अनुमती से लेकर इनके द्वारा प्रयोग किये जा रहे वाहनों के इंश्योरेंस, फिटनेश, प्रदुषण की जांच होनी चाहिए तथा इस बात की भी पुष्टी कि जाय कि तस्करों द्वारा जो वाहन इस्तेमाल में लिया जा रहा है वो कमर्शियल है या एग्रीकलचर है।
शिवसेना ने अपने ज्ञापन में कहा कि इस मामले में जांच कर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए अन्यथा पर्यावरण के संरक्षण के लिये शिवसेना सडकों पर उतरकर आन्दोलन करने व वनतस्करों के खिलाफ सीधे संघर्ष में उतरने के लिए बाध्य होंगे।
