सर्व आदिवासी समाज ने पांच सूत्रीय मांगों को लेकर प्रशासन को सौंपा ज्ञापन

24 घण्टे के भीतर सभी आरोपी होंगे सलाखों के अंदर

एसडीएम ने भूमि को 170 (ख) के तहत निरस्त किया

सर्व आदिवासी समाज ने मृतक के परिजनों के लिए 2 करोड़ रुपए की मांग की

बलरामपुर/राजपुर/बरियों।पहाड़ी कोरवा जनजाति को भारत के राष्ट्रपति द्वारा “दत्तक पुत्र” का विशेष दर्जा प्राप्त है। यह दर्जा इसलिए दिया गया था ताकि सरकार इस जनजाति के सामाजिक, शैक्षणिक और आर्थिक विकास के लिए विशेष ध्यान दे सके। राज्य और केंद्र सरकारें समय-समय पर कोरवा जनजातियों को विशेष सरकारी योजनाओं और सुविधाओं का लाभ देती है। केंद्र और राज्य सरकार विभिन्न योजनाओं के तहत इनके हित में कदम उठा रही है वहीं बलरामपुर जिले के पहाड़ी कोरवा प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या करने को मजबूर हैं। सर्व आदिवासी समाज ने पांच सूत्रीय मांगों को लेकर प्रशासन को ज्ञापन सौंपा।

बलरामपुर जिले के राजपुर थाना के बरियों चौकी अंतर्गत ग्राम भेस्की में सामुदायिक भूमि को धोखाधड़ी से हड़पने और प्रताड़ना से तंग आकर भईरा पहाड़ी कोरवा ने मंगलवार को अपने गोठान में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सर्व आदिवासी समाज और पहाड़ी कोरवा समुदाय ने जिला प्रशासन से आरोपियों और उनके सहयोगियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की। सर्व आदिवासी समाज के हस्तक्षेप और चक्काजाम की चेतावनी दी थी। सर्व आदिवासी समाज के पांच सूत्रीय मांगों को पूरी करने के आश्वाशन के बाद मामला शांत हुआ। मृतक के परिजनों को जनपद पंचायत सदस्य कमला राम व मुकेश गुप्ता के द्वारा  तात्कालिक सहायता राशि 25 हज़ार रुपए प्रदान किया। बलरामपुर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विश्व दीपक त्रिपाठी, अनुविभागीय अधिकारी इमानुएल लकड़ा के साथ भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रही। इसके बाद मृतक भईरा पहाड़ी कोरवा के शव को दफन किया।



पूर्व में हो चुकी है शिकायत, नहीं हुई कोई सुनवाई

दिसंबर 2024 में भिन्सारी पति बनउ पहाड़ी कोरवा (55), भाला पिता खिरना पहाड़ी कोरवा (40), जीतु पिता बनउ पहाड़ी कोरवा (17), संत राम माता जुवारो एवं पिता का नाम भईरा पहाड़ी कोरवा (32) सभी निवासी ग्राम भेस्की, थाना राजपुर ने पुलिस चौकी बरियों में फर्जी रजिस्ट्री करने और धोखाधड़ी करने के सम्बन्ध में लिखित शिकायत प्रस्तुत किया था कि आवेदकों के माता की भूमि जिसका ख़सरा क्रमांक  210, 213/2, 215, 240/10 241/1, 245 जिनका रकबा 0.656, 0.097, 0.150, 1.259 0.172, 0.134 हे. भूमि ग्राम भेस्की में स्थित है। आवेदक की माता ज़ूबारो को खाता खुलवाने के नाम पर राजपुर लाकर पटवारी की सांठ गांठ से बिना किसी की  सहमति के चौहद्दी कटवा लिया गया। जबकि उक्त जमीन में कई सहखातेदार हैं। पीड़ितों ने आरोप लगाया है कि उनकी शिकायत पर कोई सुनवाई नहीं हुई और उनके मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।


जिला दंडाधिकारी और पुलिस अधीक्षक से भी हुई शिकायत ,भूमि धोखाधड़ी का मामला पकड़ चुका तूल

जनवरी 2025 में भिन्सारी ,भला, जीतु ,संत राम ने अनुविभागीय अधिकारी राजपुर, पुलिस अधीक्षक बलरामपुर और जिला दंडाधिकारी के पास भी लिखित शिकायत प्रस्तुत किया था कि संत राम पिता भईरा अपने नाना की भूमि में जन्म से निवासरत है, उसके मामा  बनउ की सामुहिक भूमि को धोखाधड़ी कर फर्जी रजिस्ट्री महेन्द्र कुमार गुप्ता निवासी गांधी चौक राजपुर व उदय शर्मा ग्राम परसागुडी , पटवारी हल्का नम्बर 26 के वर्तमान पटवारी राहुल सिंह, विनोद अग्रवाल निवासी राजपुर, प्रवीण अग्रवाल निवासी राजपुर के द्वारा चौदह लाख रूपए चेक क्रमांक 768085  दिनांक 18 नवंबर 2024 को बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा अम्बिकापुर का उपयोग कर शिवा राम पिता ईश्वर राम (19) खाड़पारा नवकी राजपुर के नाम पर भूमि को षडयंत्र पूर्वक पचास रूपए के स्टाम्प ए एफ 160065 में फर्जी अंगुठा लगाकर रजिस्ट्री करा लिया गया और उन्हें शिकायत न करने लगातार धमकाया जा रहा था। आवदेकों के द्वारा तत्काल जांच कराकर रजिस्ट्री को निरस्त कर संशोधन रोकने एंव दण्डात्मक कार्यवाही करने की मांग की गई थी।

आरोप: प्रताड़ना से तंग आकर युवक ने की आत्महत्या, प्रशासन की निष्क्रियता पर उठ रहे कई सवाल

भू-माफियाओं के द्वारा महिला ज़ुआरो को राजपुर लाकर महतारी वंदन योजना का लाभ दिलाने के नाम पर 6 एकड़ जमीन की रजिस्ट्री करा ली गई, उक्त भूमि में कई सहखातेदार हैं जिनको जानकारी ही नहीं हैं। पुलिस चौकी से लेकर उच्चधिकारियों तक आवेदन दिया गया जिसपे आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। परिजनों ने आरोप लगाया कि महिला ज़ुआरो के पति भईरा राम को लगातार धमकी दी जा रही थी, दबाव और मानसिक तनाव आने के कारण उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उन्होंने आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की है। पहाड़ी कोरवा समुदाय ने जिला प्रशासन से आरोपियों और उनके सहयोगियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की है। स्थानीय लोगों का कहना है कि वे लंबे  समय से क्षेत्र में प्रभावशाली व्यक्ति के रूप में सक्रिय हैं और उनकी गतिविधियों ने समुदाय को भयभीत किया है।

सर्व आदिवासी समाज ने पांच सूत्रीय मांगों को लेकर प्रशासन को सौंपा ज्ञापन

सर्व आदिवासी समाज के प्रदेश उपाध्यक्ष परशुराम भगत, संभाग अध्यक्ष डॉ. अमृत सिंह मरावी, एवं जिला अध्यक्ष बलरामपुर विजय खुसरो, साथ ही कई जनप्रतिनिधियों (BDC, DC, सरपंच) ने अपने पांच सूत्रीय मांगों को लेकर इस आंदोलन का आह्वान किया और चक्काजाम की चेतावनी दी थी। सर्व आदिवासी समाज ने बलरामपुर कलेक्टर राजेंद्र कटारा के नाम, अनुविभागीय अधिकारी राजपुर को  आवेदन लिख पांच सूत्रीय मांग की:

01. जुबारो की भूमि की गई फर्जी रजिस्ट्री को 170 (ख) के तहत तत्काल निरस्त किया जाए।

02 मृतक भईरा के परिजनों को दो करोड़ रुपए सहायता राशि दी जाए।

03 आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की जाए।

04 भेस्की, बरियों, बघिमा, घोरघडी, डिगनगर में संचालित सभी क्रेशर की जांच की जाए। विनोद अग्रवाल उर्फ मघु द्वारा ग्राम भेस्की की सोमर साय, चमार साय, गोंडन, भोला बैगा, कुबेर, कमला देवी, भिखारी राम, कुंवर साय व अन्य के नाम पर कराई गई फर्जी सभी रजिस्ट्री को निरस्त किया जाए।

05 फर्जी रजिस्ट्री कराने में संलिप्त दलालों/ व्यक्तियों के विरुद्ध केसेज दर्ज किया जाए।


अन्य के विरुद्ध केस दर्ज करने बरियों चौकी प्रभारी को ज्ञापन सौंपा

संत राम पिता भईरा पहाड़ी कोरवा (32) ने ज्ञापन सौंप कहा कि सुदामा उर्फ बाबूलाल श्रीवास्तव पिता मोहित श्रीवास्तव निवासी बरियो,  राजू टेकाम पिता जीवा गोड़ निवासी बादा, राजेन्द्र पिता विनोद उरांव निवासी बतौली, पिंटू उर्फ चतुरगुण पिता विष्णुधारी यादव निवासी भेस्की, दिलीप तिग्गा पिता समीर उरांव निवासी भेस्की ने प्रार्थी के माता-पिता को जान से मारने की धमकी, अपहरण करने एवं आत्महत्या करने के लिए प्रेरित किया वही गांव के लोंगो की भूमि को दलाली कर भू-माफिया के पास फर्जी तरीके से जमीन का रजिस्ट्री कराते है सभी के विरुद्ध केस दर्ज कराने की मांग की।

हस्तक्षेप के बाद उप पंजीयक, पटवारी सहित सात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज

सर्व आदिवासी समाज के हस्तक्षेप और चक्काजाम की चेतावनी और भारी गहमागहमी के बीच बरियों चौकी में उप पंजीयक राजपुर यशवंत कुमार, पटवारी राहुल सिंह, शिवराम, विनोद अग्रवाल, प्रवीण अग्रवाल, महेंद्र गुप्ता व उदय शर्मा के विरुद्ध धारा 318(4), 338, 336(3), 340(2), 3(5) बीएनएस के तहत केस दर्ज किया गया।

राजस्व विभाग की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में

जिले का राजस्व विभाग एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गया है। आरोपियों के साथ पटवारी, आर.आई, तहसीलदार और रजिस्ट्रार की भी भूमिका संदिग्ध है। पीड़ित महिला से बिना किसी के सहमति से चौहद्दी कटवा लिया गया और उसके 6 एकड़ जमीन की रजिस्ट्री करा ली गई, जबकि उक्त भूमि में कई सहखातेदार हैं यह अधिकारियों का आरोपियों से  मिलीभगत होने और सांठ गांठ होने जैसे कई सवालिया निशान खड़े कर रही है। नागरिकों की शिकायत है कि विभाग के अधिकारियों द्वारा समय पर कार्रवाई न किए जाने के कारण ज़मीन से जुड़े विवाद लगातार बढ़ते जा रहे हैं। फरियादी दिनभर विभागीय दफ्तरों के चक्कर लगाते रहते हैं, लेकिन समाधान की बजाय उन्हें आश्वासनों का ही सामना करना पड़ता है। इससे लोगों में असंतोष बढ़ रहा है।

राजस्व विभाग में ऐसे कई स्थगन आदेश हैं जिसका निराकरण एक साल से ऊपर होने पश्चात भी नहीं हो पाया

जिले के राजपुर के राजस्व विभाग में ऐसे कई स्थगन आदेश हैं जिसका निराकरण एक साल से ऊपर होने पश्चात भी नहीं हो पाया है। एक फरियादी ने बताया कि उनके जमीन पर 1 मई 2024 को स्थगन आदेश जारी हुआ था जिसका निराकरण आज दिनांक तक नहीं हो पाया है जबकि आवेदक पेशी में हाजिर नहीं होता है। यह कोई एक मामला नहीं है। कई ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि अधिकारियों की उदासीनता के चलते छोटे-छोटे मामलों में वर्षों लग जाते हैं, जिससे विवाद जटिल होते जा रहे हैं।

एसडीएम राजीव जेम्स कुजुर ने बताया कि नामांतरण तत्काल निरस्त किया गया है। मृतक भईरा पहाड़ी कोरवा के परिजनों ने दो करोड़ रुपए सहायता राशि की मांग की है प्रतिवेदन बनाकर कलेक्टर कार्यालय को भेजा जा रहा है।

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