
नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक आज शुक्रवार को अपनी द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा की घोषणा करेगा। आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा की अध्यक्षता में रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने रेपो दर में कटौती पर निर्णय लेने के लिए बुधवार को अपनी 3 दिवसीय बैठक शुरू की।
रेपो रेट को लेकर अर्थशास्त्रियों और उद्योग विशेषज्ञों का क्या मानना है ?
अर्थव्यवस्था में ब्याज दर कटौती की सकारात्मक परिस्थितियों के कारण अर्थशास्त्री और उद्योग विशेषज्ञ मान रहे हैं कि इस बार केंद्रीय बैंक रेपो रेट में 25 आधार अंक की कटौती कर सकता है, जिससे यह घटकर 5.75 प्रतिशत पर आ जाएगी, जो कि फिलहाल 6 प्रतिशत है।बताना चाहेंगे हाल ही में आई एसबीआई की रिपोर्ट में भी बताया गया था कि अनिश्चित माहौल को संतुलित करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) जून एमपीसी में रेपो रेट में 50 आधार अंक तक की कटौती कर सकता है।
आरबीआई ने पिछली दो मौद्रिक नीति समीक्षाओं में भी रेपो दर में 50 आधार अंकों की कटौती की
एसबीआई रिपोर्ट में कहा गया, “हमारा अनुमान है कि आरबीआई विकास दर को सपोर्ट करने के लिए रेपो रेट में 50 आधार अंक की कटौती कर सकता है। इससे पहले रिजर्व बैंक ने पिछली दो मौद्रिक नीति समीक्षाओं में रेपो दर में 50 आधार अंकों की कटौती करके इसे 6 प्रतिशत कर दिया है।