

बलरामपुर/राजपुर (अभिषेक सोनी)। बलरामपुर जिले के राजपुर गेउर नदी छठ घाट पर आस्था के महापर्व कहें जाने वाले छठ पर्व को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई है। छठ पूजा सेवा समिति के द्वारा गेउर नदी घाट की समतलीकरण,साफ सफाई के साथ-साथ प्रकाश व्यवस्था एवं सजावट जैसी अन्य व्यवस्थाओं में जुट गए हैं।
छठ पूजा भगवान सूर्य और छठी मइया की आराधना का पर्व है। यह त्योहार कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष की छठी तिथि को मनाया जाता है।चार दिन तक चलने वाले इस पर्व में नहाय-खाय, खरना, संध्या अर्घ्य और उदयमान सूर्य को अर्घ्य जैसे प्रमुख अनुष्ठान होते हैं। व्रती महिलाएं परिवार की सुख-शांति और संतान की दीर्घायु के लिए यह व्रत रखती हैं।छठ पूजा की सबसे खास बात यह है कि इसमें पूजा की सारी सामग्री प्राकृतिक होती है।
गंगा आरती से गूंजेगा गेउर नदी घाट
समिति के सदस्यों ने जानकारी देते हुए बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी बड़े हर्षोल्लास के साथ भगवान सूर्य की उपासना की तैयारियां की जा रही है। घाट पर सूर्य देव और छठी मैया की प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी। पिछले वर्ष के भाती इस वर्ष भी बनारस गंगा घाट की तर्ज पर गेउर नदी छठ घाट पर गंगा आरती कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यक्रम 27 अक्टूबर को संध्या अर्घ्य एवं गंगा आरती 28 अक्टूबर को उदयमान सूर्य को अर्घ्य अर्पित करते हुए गंगा आरती की जाएगी। जिसको लेकर तैयारियां जोर शोर से की जा रही है। नगर में पंडाल पंजीयन के लिए माइक से अनाउंसमेंट कराया जा रहा है और श्रद्धालुओं को तैयारियों की जानकारी दी जा रही है।
इस दौरान छठ पूजा सेवा समिति के अध्यक्ष महेन्द्र अग्रवाल, संतोष सिंह, नीरज तिवारी, भानु प्रजापति, नरेश अग्रवाल, विद्यानंद दुबे, विकाश बंशल, सतीश सिंह, प्रवीण गुप्ता, आनंद मेहता, सोनू सिंह, दुर्गेश जायसवाल, संजीव गुप्ता, दीपक सोनी, रवि सोनी, राजीव गोस्वामी, अंकुर गुप्ता, अज्जु आदि सक्रियता से तैयारियों में लगे हुए हैं।
जर्जर सड़क कहीं ना पड़े व्रतियों के उमंगों पर भारी
हालांकि श्रद्धालु व्रतियों के लिए घाट तक पहुंचने वाली नगर के सड़क की जर्जर स्थिति चिंता का विषय बनी हुई है। धूलभरी और गड्ढों से भरी सड़क के कारण श्रद्धालुओं को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। छठ व्रत के दौरान महिलाएं माथे पर दउरा रखकर नंगे पांव और दंडवत प्रणाम करते हुए घाट तक जाती हैं, ऐसे में खराब सड़क उनके लिए बड़ी कठिनाई साबित हो सकती है।






















