
बलरामपुर। बलरामपुर जिले की पुलिस ने साइबर अपराध से जुड़े म्यूल बैंक खाता धारकों और उनके नेटवर्क के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए मास्टरमाइंड सहित कुल 8 आरोपियों को बैढ़न, जिला सिंगरौली (मध्यप्रदेश) से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से लैपटॉप, मोबाइल फोन, सिम कार्ड, एटीएम कार्ड और एक वाहन सहित लगभग 30 लाख रुपये मूल्य का सामान भी जब्त किया है।
दरअसल मामला तब सामने आया जब पुलिस मुख्यालय रायपुर ने राज्य के विभिन्न जिलों में संचालित म्यूल खातों की जानकारी जिलों को भेजी। इसी क्रम में बलरामपुर थाना क्षेत्र में भी जांच कर दो खाताधारकों के विरुद्ध अपराध दर्ज कर उन्हें जेल भेजा गया। इसके बाद आगे की जांच में बड़ा गिरोह सामने आया, जो ग्रामीण इलाकों के युवाओं से बैंक खाते खुलवाकर मोटी रकम में साइबर अपराधियों को बेचता था।विशेष अपराध अनुसंधान टीम ने साक्ष्यों के आधार पर बैढ़न, सिंगरौली में रेड की और मुख्य आरोपी सचिन कुमार सैनी उर्फ बिट्टू बिहारी सहित 7 अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया। जांच में सामने आया कि आरोपी सचिन अपने गिरोह के माध्यम से कॉलेज स्टूडेंट्स और अन्य व्यक्तियों के बैंक खाते 4000 से 12000 रुपये में खरीदता था और फिर इन्हें रायपुर के दलालों को 10000 से 15000 रुपये में बेचता था। इसके बाद इन खातों का उपयोग देश के विभिन्न राज्यों में साइबर ठगी के लिए किया जाता था।
गिरोह के सदस्य न केवल फर्जी मोबाइल नंबर से खातों को लिंक कराते थे, बल्कि खातों के एटीएम कार्ड और मोबाइल सिम भी साइबर ठगों को उपलब्ध कराते थे। साथ ही, जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपीगण ऑनलाइन सट्टा एप KABOOK के जरिये सट्टा गतिविधियों में भी संलिप्त थे। अब तक आरोपियों के मोबाइल और लैपटॉप की जांच में करीब 4 करोड़ रुपये के संदिग्ध ट्रांजेक्शन का पता चला है।
गिरफ्तार आरोपियों में सचिन कुमार सैनी के अलावा राजेश सोनकर (मुंगेली), सुखदेव साहू और आयुष साहू (कैलाशपुर, सूरजपुर), मुकेश जायसवाल (कोरबा), प्रशांत सिंह (अंबिकापुर), अभिषेक जायसवाल (बिहारपुर, सूरजपुर) और दीपक यादव (जशपुर) शामिल हैं।पुलिस ने इनके कब्जे से 3 लैपटॉप, 23 एंड्रॉइड मोबाइल, 18 सिम कार्ड, 46 एटीएम कार्ड, 9 बैंक पासबुक, 4 चेकबुक, एक वाई-फाई सेट और महिंद्रा थार वाहन (CG13AT7722) बरामद किया है। इसके अलावा लगभग 1.50 लाख रुपये आरोपी खातों से फ्रीज कराए गए हैं।पुलिस अधिकारियों के अनुसार जांच जारी है और इस गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की भी जल्द गिरफ्तारी की जाएगी।