

दिल्ली में ठंड बढ़ने के साथ ही AQI लेवल भी खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है, जिससे शहर की हवा जहरीली हो गई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार आनंद विहार में AQI 430 दर्ज किया गया, जो पूरे दिल्ली में सबसे अधिक है। यह लेवल विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की सीमा से लगभग 24 गुना ज्यादा है।
रविवार को CPCB ने दो स्थानों—आनंद विहार और वजीरपुर—में 400 से अधिक AQI दर्ज किया। वजीरपुर का AQI 406 था। दिल्ली-एनसीआर की हवा इतनी खराब हो चुकी है कि लोग सिरदर्द, आंखों में जलन और नींद से जुड़ी परेशानियों का सामना कर रहे हैं। लोकल सर्किल्स के सर्वे में भी यही स्थिति सामने आई है।
दिल्ली के अन्य क्षेत्रों में भी वायु गुणवत्ता गंभीर है। इंडिया गेट में AQI 325 दर्ज किया गया, जबकि चांदनी चौक 375, विवेक विहार और जहांगीरपुरी 372, रोहिणी 359, मुंडका 353, पंजाबी बाग 352, पड़पड़ गंज 338, शादीपुर और नेहरू नगर 334, सोनिया विहार 329 और आईटीओ 325 रही। दिवाली के बाद PM 2.5 का स्तर 488 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर तक पहुंच गया, जो पिछले पांच वर्षों में सबसे अधिक है।
बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली सरकार क्लाउड सीडिंग के माध्यम से कृत्रिम वर्षा कराने की तैयारी कर रही है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बताया कि बुराड़ी क्षेत्र में इसका सफल परीक्षण किया गया है और 29 अक्टूबर को दिल्लीवासियों को इस कृत्रिम बारिश का अनुभव मिलेगा।






















