

दंतेवाड़ा: कार्यालय तहसीलदार गीदम द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार गीदम विकासखंड अंतर्गत ग्राम हाउरनार में स्लरी पाइप लाइन निर्माण कार्य के दौरान दिनांक 28 जुलाई 2025 को निर्मित गड्ढे में गिरने से एक बालक की आकस्मिक एवं दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु की घटना घटित हुई थी। उक्त प्रकरण वर्तमान में न्यायालय अनुविभागीय दंडाधिकारी (राजस्व), गीदम में विचाराधीन है। घटना पर जिला प्रशासन द्वारा तत्काल संज्ञान लेते हुए नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही की गई।
राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग, छत्तीसगढ़ शासन द्वारा जारी राजस्व पुस्तक परिपत्र (आरबीसी) के खंड-6, क्रमांक-4 के प्रावधानों के अंतर्गत पीड़ित परिवार को रुपये 4,00,000 (चार लाख मात्र) की अनुग्रह सहायता राशि स्वीकृत कर आरटीजीएस के माध्यम से विधिवत प्रदान की जा चुकी है। इसके अतिरिक्त संबंधित कंपनी एनएमडीसी एलएंडटी द्वारा पीड़ित परिवार को रुपये 5,00,000 (पांच लाख मात्र) की आर्थिक सहायता चेक के माध्यम से दी गई है।
आज दिनांक 27 दिसंबर 2025 को तहसीलदार किशन मिश्रा, एनएमडीसी के वरिष्ठ प्रबंधक अनिमेश झा एवं एलएंडटी कंपनी के अधिकारी विनय सिंह द्वारा पीड़िता के निवास पर जाकर उनसे मुलाकात की गई। इस दौरान स्थायी नौकरी एवं बच्चों के पालन-पोषण से संबंधित मांगों पर चर्चा की गई। पीड़िता द्वारा अवगत कराया गया कि उनके परिजन बचेली में निवासरत हैं, जो सोमवार को पहुंचकर जिला प्रशासन, एनएमडीसी एवं स्लरी परियोजना के अधिकारियों के साथ संयुक्त चर्चा करेंगे।
कलेक्टर के निर्देशानुसार अपर कलेक्टर, एनएमडीसी के अधिकारी, पीडि़त पक्ष एवं उनके परिजनों के साथ बैठक निर्धारित की गई है, जिसकी जानकारी पीडि़ता को दे दी गई है। एनएमडीसी के अधिकारियों द्वारा संविदा अथवा अस्थायी नौकरी प्रदान करने पर सहमति व्यक्त की गई है। इस संबंध में अंतिम निर्णय आगामी बैठक में पीडि़ता एवं संबंधित अधिकारियों के साथ चर्चा उपरांत लिया जाएगा।






















