आज 04 नवंबर, 2025 मंगलवार, के दिन कार्तिक महीने की शुक्ल पक्ष चतुर्दशी तिथि है. ये तिथि रुद्र द्वारा शासित होती है, जो भगवान शिव का एक प्राचीन और उग्र रूप है. इस दिन की ऊर्जा से भगवान की पूजा करना सबसे अच्छा होता है. आज बैकुंठ चतुर्दशी है. आज सर्वार्थ सिद्धि और अमृत सिद्धि योग भी बन रहा है.

4 नवंबर का पंचांग

  • विक्रम संवत : 2081
  • मास : कार्तिक
  • पक्ष : शुक्ल पक्ष चतुर्दशी
  • दिन : मंगलवार
  • तिथि : शुक्ल पक्ष चतुर्दशी
  • योग : वज्र
  • नक्षत्र : रेवती
  • करण : गर
  • चंद्र राशि : मीन
  • सूर्य राशि : तुला
  • सूर्योदय : सुबह 06:45 बजे
  • सूर्यास्त : शाम 06:00 बजे
  • चंद्रोदय : शाम 04.30 बजे
  • चंद्रास्त : सुबह 06.08 बजे (5 नवंबर)
  • राहुकाल : 15:11 से 16:35
  • यमगंड : 10:58 से 12:22

व्यापार की योजना बनाने के लिए उपयुक्त है नक्षत्र
आज के दिन चंद्रमा मीन राशि और रेवती नक्षत्र में रहेंगे. यह नक्षत्र मीन राशि में 16:40 डिग्री से लेकर 30 डिग्री तक फैला हुआ है. इसके शासक ग्रह बुध और देवता पूषा हैं. यह कोमल और सौम्य स्वभाव का नक्षत्र है. यह नक्षत्र आध्यात्मिक उन्नति के काम के साथ व्यापार की योजना बनाने के लिए उपयुक्त है.

आज के दिन का वर्जित समय
आज के दिन 15:11 से 16:35 बजे तक राहुकाल रहेगा. ऐसे में कोई शुभ कार्य करना हो, तो इस अवधि से परहेज करना ही अच्छा रहेगा. इसी तरह यमगंड, गुलिक, दुमुहूर्त और वर्ज्यम् से भी परहेज करना चाहिए.

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