आज 21 नवंबर, 2025 शुक्रवार, के दिन मार्गशीर्ष महीने की शुक्ल पक्ष प्रतिपदा तिथि है. धन के देवता कुबेर और सृष्टि के निर्माता ब्रह्मा इस तिथि के देवता हैं. यह तिथि नई परियोजनाओं के लिए प्लानिंग करने और उन्हें विकसित करने के लिए अच्छी मानी जाती है. यह किसी भी शुभ कार्य या यात्रा के लिए अशुभ होती है.

21 नवंबर का पंचांग

  1. विक्रम संवत : 2081
  2. मास : मार्गशीर्ष
  3. पक्ष : शुक्ल पक्ष प्रतिपदा
  4. दिन : शुक्रवार
  5. तिथि : शुक्ल पक्ष प्रतिपदा
  6. योग : अतिगंड
  7. नक्षत्र : अनुराधा
  8. करण : नाग
  9. चंद्र राशि : वृश्चिक
  10. सूर्य राशि : वृश्चिक
  11. सूर्योदय : सुबह 06:56 बजे
  12. सूर्यास्त : शाम 05:53 बजे
  13. चंद्रोदय : सुबह 07.44 बजे
  14. चंद्रास्त : शाम 05.56 बजे
  15. राहुकाल : 11:03 से 12:25
  16. यमगंड : 15:09 से 16:31

कृषि कार्य और यात्रा लिए शुभ है नक्षत्र
आज के दिन चंद्रमा वृश्चिक राशि और अनुराधा नक्षत्र में रहेंगे. यह नक्षत्र वृश्चिक राशि में 3:20 से लेकर 16:40 तक फैला हुआ है. इसके शासक ग्रह शनि और देवता मित्र देव हैं, जो 12 आदित्यों में से एक हैं. यह सौम्य स्वभाव का नक्षत्र है. ललित कलाओं को सीखने, दोस्ती करने, रोमांस करने, नए परिधान पहनने, विवाह, गायन और जुलूस आदि में शामिल होने के साथ कृषि कार्यों और यात्रा के लिए यह शुभ नक्षत्र है.

आज के दिन का वर्जित समय
आज के दिन 11:03 से 12:25 बजे तक राहुकाल रहेगा. ऐसे में कोई शुभ कार्य करना हो, तो इस अवधि से परहेज करना ही अच्छा रहेगा. इसी तरह यमगंड, गुलिक, दुमुहूर्त और वर्ज्यम् से भी परहेज करना चाहिए.

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