
सूरजपुर: केन्द्रीय पेट्रोरसायन अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (सिपेट), रसायन एवं पेट्रोरसायन विभाग, रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत प्रमुख राष्ट्रीय संस्थान है, जो कि भारत सरकार एवं छत्तीसगढ़ शासन के संयुक्त प्रयास से औद्योगिक क्षेत्र रायपुर एवं कोरबा छत्तीसगढ़ में स्थापित किया गया है। सिपेट में विभिन्न पाठ्यक्रमों को संचालित किया जाता है तथा प्लास्टिक उद्योगों के क्षेत्र में रोजगार एवं स्वरोजगार के शत् प्रतिशत् अवसर प्रदान कराये जाते है। सिपेट में संचालित पाठ्यकमों के सफल समापन के बाद विद्यार्थियों को कैंपस भर्ती प्रकिया के माध्यम से देश के प्रतिष्ठित उद्योगों / संस्थानों में प्लेसमेंट मिल जाता है। सिपेट, रायपुर के विद्यार्थी देश के विभिन्न मल्टिनेशनल कम्पनियों में अपनी सेवाएँ भी दे रहे है। सिपेट का उद्देश्य विभिन्न शैक्षणिक, तकनीकी व रिसर्च कार्यक्रमों के माध्यम से छत्तीसगढ़ में प्लास्टिक्स प्रसंस्करण व सहायक उद्योगों के लिए तकनीकी कौशल प्राप्त श्रमशक्ति का निर्माण, इस क्षेत्र में युवा उद्यमियों को प्रोत्साहन देना, गुणवत्ता नियंत्रण, तकनीकी परामर्श समेत मोल्ड्स डाई, प्लास्टिक्स उत्पादों के डिजाइन व प्लास्टिक्स इंजीनियरिंग व टेक्नालॉजी के क्षेत्र में शोध व विकास को गति देना है। सिपेट द्वारा संचालित पाठ्यक्रम लघु, मध्यम व वृहत निर्माण उद्योग की वर्तमान जरूरतों के अनुरूप है। प्रदेश में 3 साल से कौशल विकास प्रशिक्षण, डिप्लोमा एवं पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा के माध्यम से युवाओं को रोजगार देने की कोशिश चल रही है। 12 वीं (विज्ञान समूह) या 2 वर्षीय आईटीआई उत्तीर्ण के बाद लेेटरल एन्ट्री के माध्यम से द्वितीय वर्ष में सीधा प्रवेश ले सकते है। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जन जाति एवं अन्य पिछडा वर्ग के छात्र छात्राओं को छत्तीसगढ/मध्यप्रदेश/झारखंड/उत्तरप्रेदश/ओडिसा/ बिहार राज्य शासन के नियमानुसार छात्रवृति का प्रावधान भी है।
सिपेट सीजी में प्रवेश के लिए 07 फरवरी से आवेदन प्रक्रिया प्रारंभ है जिसकी अंतिम तिथि 29 मई को है। प्रवेश परीक्षा 08 जून एवं पाठयक्रमों के प्रारंभ 14 जुलाई से संभावित है। आवेदन के लिए सीपेट की आधिकारिक वेबसाइट पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है। जिला प्रशासन द्वारा अपील की गई है कि पात्र युवा अधिक से अधिक संख्या में संस्थान में प्रवेश लें और अपने बेहतर भविष्य का निर्माण करें।